समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 10फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर विपक्ष पर जमकर तंज कसे. अपने ऊपर लग रहे आरोपों का खुलकर जवाब दिया. अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. वहीं, कांग्रेस और राहुल गांधी का नाम लिए बिना कई नसीहतें भी दीं।
पीएम ने कहा- ‘बहुत सारे विपक्षी मिले-सुर मेरा-तुम्हारा कर रहे थे. मुझे लगता था कि देश की जनता, देश के चुनाव के नतीजे ऐसे लोगों को जरूर एक मंच पर लाएंगे, वो तो हुआ नहीं. लेकिन इन लोगों को ED का धन्यवाद करना चाहिए उसके कारण ये एक मंच पर आ गए.’
पीएम ने कहा, कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम, समर्थक…उछल रहे थे और खुश होकर कहने लगे, ये हुई न बात, शायद नींद भी अच्छी आई होगी, शायद आज उठ भी नहीं पाए होंगे. ऐसे लोगों के लिए कहा गया है…अच्छे ढंग से कहा गया है…ये कह-कह कर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं.
पीएम ने कहा कि देश आत्मविश्वास से भर रहा है और गौरव से भर रहा है. चुनौतियों के बिना जीवन नहीं होता है. चुनौतियां से आती रहती हैं, लेकिन चुनौतियों से ज्यादा मजबूत है 140 करोड़ लोगों का सामर्थ्य. उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत को लेकर सकारत्मकता, आशा, भरोसा बढ़ा है. आज हमें जी-20 समिट की अध्यक्षता करने का मौका मिला है. ये 140 करोड़ देशवासियों के लिए गौरव की बात है. लेकिन मुझे लगता है कि इससे भी कुछ लोगों को दुख हो रहा है. ये लोग 140 करोड़ में नहीं आते हैं.
पीएम ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि मोदी को गाली देकर ही उनका रास्ता निकलेगा. मोदी पर भरोसा अखबारों की सुर्खियों से नहीं हुआ है. मोदी पर भरोसा टीवी पर चल रहे चमकते चेहरों से नहीं हुआ है. जीवन खपा दिया है. पल-पल लगा दिया है. देश के लिए जीवन लगा दिया है. देश के लोगों के लिए लगा दिया है. तभी भरोसा आया है. देश वासियों का जो मोदी पर भरोसा है, वो इनकी समझ के दायरे से बाहर है. मोदी के लिए तो 140 करोड़ लोगों का परिवार है. कोई इस सुरक्षा कवच को कभी भेद नहीं सकता है.
पीएम ने कहा कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में कांग्रेस के पतन को लेकर एक स्टडी हो चुकी है. मुझे भरोसा है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर सिर्फ हार्वर्ड ही नहीं, बल्कि बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में स्टडी होनी है. और कांग्रेस को डूबाने वाले लोगों पर भी होनी है. इस प्रकार के लोगों के लिए दुष्यंत कुमार ने बहुत अच्छी बात कही है, जो सटीक बैठता है- “तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हे यकीन नहीं.”
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