पीएम मोदी से पुडुचेरी और त्रिपुरा के मुख्यमंत्रियों की बैठक, विकास परियोजनाओं और समर्थन पर हुई चर्चा

समग्र समाचार सेवा

नई दिल्ली, 16 अक्टूबर: प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने X (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी साझा की कि पुडुचेरी के उपराज्यपाल श्री के. कैलाशनाथन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कल नई दिल्ली में भेंट की। बैठक में राज्य के विकास और प्रशासनिक मामलों पर चर्चा की गई।

इसी दौरान, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मनिक साहा ने भी प्रधानमंत्री मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की और राज्य में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के अनुसार, साहा ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रधानमंत्री से समर्थन की अपील की।

मुख्यमंत्री साहा ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में त्रिपुरा ‘विकसित त्रिपुरा, विकसित भारत’ की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। मैंने उन्हें राज्य में चल रही विकास गतिविधियों की जानकारी दी और कई महत्वपूर्ण मामलों में उनके सहयोग की मांग की।”

साहा ने बैठक में केंद्रीय समर्थन के लिए कुछ अहम मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया। इनमें शामिल हैं:

  • ब्रू-रियांग समुदाय को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) में शामिल करना।
  • सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) में गेहूं की आवंटन सीमा बढ़ाना।
  • त्रिपुरा में रेलवे ट्रैक की डबल-लेनिंग।
  • आगर्तला से गुवाहाटी के लिए वंदे भारत ट्रेन शुरू करना।
  • बाहरी सहायता प्राप्त परियोजनाओं (EAPs) की अधिकतम सीमा बढ़ाना।
  • 15 नए एमईआरएस (EMRS) स्कूल खोलना।
  • एगर बोर्ड और अनुसंधान केंद्र की स्थापना।
  • उनाकोटी को सतत विकास विरासत स्थल (Sustainable Development Heritage Site) घोषित करना।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी आज आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे। आधिकारिक घोषणा के अनुसार, वे नंद्याल जिले में स्थित श्री भ्रामरांबा मल्लिकार्जुन स्वामी वरला देवस्थानम में पूजा-अर्चना और दर्शन करेंगे।

इसके बाद, प्रधानमंत्री श्री स्रीशिवाजी स्पूर्ति केंद्र, श्रीशैलम का दौरा करेंगे। वहां से वे कुरनूल जाएंगे, जहां लगभग ₹13,430 करोड़ की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और राष्ट्र को समर्पण करेंगे। इस अवसर पर वे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

विशेषज्ञों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा आंध्र प्रदेश और त्रिपुरा में विकास और केंद्र-राज्य सहयोग की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी। वहीं, त्रिपुरा में ब्रू-रियांग समुदाय के लिए NFSA में शामिल होने और अन्य योजनाओं के कार्यान्वयन से राज्य में सामाजिक और आर्थिक विकास को मजबूती मिलेगी।

 

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