उत्तराखंड में वर्षभर पर्यटन को बढ़ावा देने की पीएम मोदी की अपील

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,7 मार्च।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के पर्यटन क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता पर जोर देते हुए इसे “बरहमासी पर्यटन” के रूप में विकसित करने की अपील की। गुरुवार को उत्तरकाशी जिले के मुखवा हर्षिल क्षेत्र में पहुंचकर उन्होंने गंगा देवी के शीतकालीन निवास, मुखीमठ मंदिर में पूजा-अर्चना की और राज्य के पर्यटन क्षेत्र को नए दृष्टिकोण से देखने की आवश्यकता को रेखांकित किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं और इसे केवल एक विशेष मौसम तक सीमित नहीं रखा जाना चाहिए। “हमें किसी भी मौसम को ऑफ-सीजन नहीं मानना चाहिए। उत्तराखंड में 365 दिन पर्यटन की संभावनाएं हैं।” उन्होंने स्थानीय हितधारकों, सरकार और निजी क्षेत्र से आग्रह किया कि वे इस दिशा में नवाचार करें और नए पर्यटन अनुभव विकसित करें, ताकि हर समय अधिक पर्यटक आकर्षित हो सकें।

पीएम मोदी की यात्रा ने धार्मिक पर्यटन के महत्व को भी उजागर किया। उत्तराखंड आध्यात्मिक और प्राकृतिक दोनों ही दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। उन्होंने कहा कि यहां की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सौंदर्य को संरक्षित करते हुए पर्यटन को बढ़ावा देना आवश्यक है।

प्रधानमंत्री मोदी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पर्यटन उद्योग धीरे-धीरे कोविड-19 महामारी के प्रभावों से उबर रहा है। उनकी सरकार उत्तराखंड को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए बुनियादी ढांचे में निवेश कर रही है और बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने पर जोर दे रही है।

प्रधानमंत्री ने इस पहल को सफल बनाने के लिए सरकार, स्थानीय समुदायों और निजी क्षेत्र के बीच समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “सभी के सहयोग से हम उत्तराखंड को एक ऐसा पर्यटन स्थल बना सकते हैं, जहां हर मौसम में पर्यटक आएं और इसकी आध्यात्मिकता एवं प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव करें।”

उत्तराखंड सरकार अब पर्यटन रणनीति को नए सिरे से परिभाषित करने की दिशा में काम कर रही है, ताकि यह स्थिरता और समावेशिता पर केंद्रित हो और हर मौसम में आगंतुकों के लिए कुछ नया और आकर्षक उपलब्ध हो। पीएम मोदी की इस अपील से उत्तराखंड का पर्यटन क्षेत्र निश्चित रूप से नए अवसरों की ओर अग्रसर होगा।

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