पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला: सोशल मीडिया पर खरगे के बयान पर पलटवार, कांग्रेस ने भी किया विरोध

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,2 नवम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस के बीच सियासी तकरार तेज हो गई है। हाल ही में पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कांग्रेस पर कई तीखे हमले किए। यह हमला विशेष रूप से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान के जवाब में था, जिसमें उन्होंने भाजपा की नीतियों और उसके नेतृत्व पर सवाल उठाए थे। पीएम मोदी ने अपने पोस्ट में कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और विकास में रुकावटें पैदा करने का आरोप लगाया, जिससे सियासी हलकों में हड़कंप मच गया।

पीएम मोदी का सोशल मीडिया पर हमला

पीएम मोदी ने अपने पोस्ट्स के जरिए कांग्रेस पर तीखे तंज कसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया है, जिसके कारण देश की जनता को नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कांग्रेस पर विकास कार्यों में बाधा डालने का आरोप लगाया और कहा कि यह पार्टी कभी देश के हितों की चिंता नहीं करती।

अपने पोस्ट में पीएम मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस नेतृत्व ने हमेशा राजनीति को निजी स्वार्थों और परिवारवाद का खेल बना रखा है। उनके अनुसार, भाजपा ने देश के विकास और गरीबों के कल्याण के लिए काम किया है, जबकि कांग्रेस ने अपने निजी एजेंडे को प्राथमिकता दी है।

मल्लिकार्जुन खरगे का बयान

इस पूरे विवाद की शुरुआत कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान से हुई, जिसमें उन्होंने भाजपा सरकार की नीतियों और कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। खरगे ने कहा था कि भाजपा सिर्फ दिखावे की राजनीति कर रही है और वास्तविक मुद्दों पर ध्यान देने में असमर्थ है। खरगे के अनुसार, भाजपा सिर्फ नारों और प्रचार से जनता का ध्यान भटकाने का काम करती है, जबकि देश में बेरोजगारी और महंगाई जैसे अहम मुद्दों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

कांग्रेस नेताओं का पलटवार

पीएम मोदी के हमलों के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने भी भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस ने पीएम मोदी के आरोपों को झूठ और जनता को भ्रमित करने की कोशिश बताया। कांग्रेस के कई नेताओं ने कहा कि भाजपा ने देश में विभाजन की राजनीति को बढ़ावा दिया है और समाज में असमानता को बढ़ावा दिया है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी को सच्चाई का सामना करने से डर लगता है, इसलिए वे कांग्रेस पर आरोप लगाकर ध्यान भटकाने का प्रयास कर रहे हैं। राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने पिछले वर्षों में जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं किया है और देश के संसाधनों का इस्तेमाल बड़े उद्योगपतियों के फायदे के लिए किया है।

जनता की प्रतिक्रिया

इस सियासी खींचतान के बीच जनता का भी विभिन्न प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भाजपा समर्थक पीएम मोदी के हमलों को सही ठहरा रहे हैं और मानते हैं कि कांग्रेस ने भ्रष्टाचार और गलत नीतियों के जरिए देश को पीछे रखा है। वहीं, कांग्रेस समर्थक मानते हैं कि भाजपा सरकार ने देश के वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए कांग्रेस पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।

निष्कर्ष

पीएम मोदी और कांग्रेस के बीच यह सियासी संघर्ष आने वाले चुनावों की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। दोनों ही पार्टियां जनता का समर्थन हासिल करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों का उपयोग कर रही हैं। इस तरह की तकरार से यह साफ है कि आगामी चुनावों में दोनों दलों के बीच संघर्ष और अधिक तीव्र होगा। जनता को अपने पक्ष में करने के लिए दोनों पार्टियां अपने मुद्दों को सामने रख रही हैं, लेकिन असली सवाल यह है कि क्या इस सियासी खींचतान से देश के आम नागरिकों के मुद्दे हल हो पाएंगे?

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