डीपफेक पर पीएम मोदी का बड़ा बयान, कहा-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दुरुपयोग बड़ी चिंता

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17नवंबर। डीपफेक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का दुरुपयोग बड़ी चिंता की विषय है. आगे कहा कि मीडिया को इस संकट के बारे में लोगों को शिक्षित करना चाहिए. डीपफेक वीडियो सिंथेटिक मीडिया है जिसमें मौजूदा छवि या वीडियो में किसी व्यक्ति को किसी और की छवि से बदल दिया जाता है.

मोदी का ये बयान अभिनेत्री रश्मिका मंदाना के एक ‘डीपफेक’ वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के कुछ दिनों बाद आया है, जिसके बारे में संदेह है कि इसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता की मदद से बनाया गया था. ओरिजनल वीडियो को एक ब्रिटिश-भारतीय प्रभावशाली व्यक्ति का बताया गया था. जिसका चेहरा मंदाना के चेहरे के साथ एडिट किया गया था.

नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में भारतीय जनता पार्टी के दिवाली मिलन कार्यक्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए मोदी ने भारत को ‘विकसित भारत’ बनाने के अपने संकल्प का भी जिक्र किया और कहा कि ये केवल शब्द नहीं बल्कि जमीनी हकीकत हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि ‘वोकल फॉर लोकल’ को लोगों का समर्थन मिला है. मोदी ने आगे कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान भारत की उपलब्धियों ने लोगों में यह विश्वास पैदा किया कि देश अब रुकने वाला नहीं है.

उन्होंने यह भी कहा कि छठ पूजा एक ‘राष्ट्रीय पर्व’ बन गया है और यह बहुत खुशी की बात है.

मंदाना के वीडियो के कारण प्रौद्योगिकी के नियमन की व्यापक मांग उठी थी. केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा था कि डीपफेक नवीनतम और “गलत सूचना का अधिक खतरनाक और हानिकारक रूप” है, जिससे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को निपटने की जरूरत है. उन्होंने डिजिटल धोखाधड़ी से संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के कानूनी दायित्वों और आईटी नियमों का भी हवाला दिया.

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