5 अगस्त को पीएम मोदी की NDA बैठक से बढ़ीं हलचलें, हो सकते हैं बड़े ऐलान

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 5 अगस्त: दिल्ली से लेकर श्रीनगर और इस्लामाबाद तक राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है, क्योंकि आज 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) संसदीय दल की एक अहम बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक के कई संकेत ऐसे हैं, जो आने वाले राजनीतिक घटनाक्रम की ओर इशारा कर रहे हैं।

बैठक में सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह की जमकर सराहना की, यह बताते हुए कि वे अब तक के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले केंद्रीय गृह मंत्री बन चुके हैं। इसके बाद उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तार से जानकारी दी, जिसे लेकर विपक्ष लगातार हमलावर था।

प्रधानमंत्री ने 5 अगस्त की ऐतिहासिकता पर भी जोर दिया। उन्होंने याद दिलाया कि इसी दिन राम जन्मभूमि का भूमि पूजन हुआ था और इसी दिन धारा 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर में संविधान को पूरी तरह लागू किया गया था। पीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में कभी संविधान को पूरी तरह लागू करना ही नहीं चाहती थी।

बैठक में पीएम मोदी ने सभी सांसदों से ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को अपने-अपने क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर मनाने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (23 अगस्त) और राष्ट्रीय खेल दिवस (29 अगस्त) को भी स्थानीय स्तर पर मनाने के निर्देश दिए।

बैठक के दौरान पहलगाम टेरर अटैक में मारे गए नागरिकों को श्रद्धांजलि दी गई। भारतीय सेना के साहस की सराहना की गई और पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए भेजे गए डेलीगेशन पर भी प्रस्ताव पारित किया गया। यह बैठक संसद के मानसून सत्र के बीच हुई, जो विपक्ष के विरोध के चलते कई बार बाधित रहा है।

एक और बड़ा मुद्दा, जिसने बैठक को महत्वपूर्ण बना दिया, वह है उपराष्ट्रपति चुनाव। 7 अगस्त से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो रही है और भाजपा के पास एनडीए के माध्यम से निर्वाचक मंडल में बहुमत है। सूत्रों के अनुसार, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू और भाजपा महासचिव सहयोगी दलों के साथ मिलकर उम्मीदवार पर अंतिम मुहर लगा सकते हैं।

इस बीच यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा मिल सकता है। रविवार को पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह की राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात ने इस अटकल को हवा दी। हालांकि, उमर अब्दुल्ला ने इसे सिरे से खारिज कर दिया है।

एनडीए की यह बैठक उस नई राजनीतिक संरचना की तस्वीर भी पेश करती है, जहां भाजपा अब गठबंधन सहयोगियों के साथ सत्ता साझा कर रही है। टीडीपी, जेडी(यू), और एलजेपी जैसे दलों की भागीदारी भी इन बैठकों को नई दिशा दे रही है।

 

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