प्रधानमंत्री ने #MannKiBaat में की स्वच्छता की बात कहा -“प्लास्टिक की थैलियों के बदले कपड़े की थैलियों का उपयोग करें”

कुमार राकेश

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30अप्रैल। “स्वच्छ भारत अभियान ने हमारे देश में जनभागीदारी के मायने बदल दिए हैं। देश में कहीं भी स्वच्छता से जुड़ी कोई बात होती है, तो लोग मुझे इसके बारे में जरूर बताते हैं। – मन की बात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, 26 फरवरी, 2023।

मन की बात का 98वां एपिसोड ‘कचरे से कंचन’ (वेस्ट टू वेल्थ) पर केंद्रित था, जहां पीएम ने ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले की कमला मोहराना के योगदान को रेखांकित किया था, जो एक स्वयं सहायता समूह का संचालन करती हैं। उन्होंने कहा, “इस समूह की महिलाएं दूध के पाउच और अन्य प्लास्टिक पैकिंग सामग्री से टोकरी और मोबाइल स्टैंड जैसी कई चीजें बनाती हैं। यह साफ-सफाई के साथ-साथ उनकी आय का अच्छा स्रोत बन रहा है। यदि हम संकल्प लें, तो स्वच्छ भारत में हम बहुत बड़ा योगदान दे सकते हैं। हम सभी को कम से कम प्लास्टिक की थैलियों के बदले कपड़े की थैलियों का उपयोग करने का संकल्प लेना चाहिए। आप देखेंगे, आपका संकल्प आपको कितनी संतुष्टि देता है और यह प्रयास अन्य लोगों को भी प्रेरित करेगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रमुख संवाद कार्यक्रम, मन की बात, जो पहली बार 3 अक्टूबर, 2014 को प्रसारित हुआ था; का 100वां एपिसोड 30 अप्रैल, 2023 को प्रसारित होगा। इन 99 एपिसोड के दौरान, पीएम मोदी ने 700 से अधिक भारतीयों और लगभग 300 संगठनों का उल्लेख किया है, जो सभी असाधारण कार्य कर रहे हैं। रेडियो कार्यक्रम ने न केवल देश की भावना को प्रतिबिंबित किया, बल्कि सकारात्मक परिवर्तन से जुड़े नागरिकों के कार्यों को भी सामने रखा।

80वें एपिसोड में इंदौर की बात करते हुए माननीय पीएम ने कहा, ‘हम अच्छी तरह जानते हैं कि जब भी स्वच्छ भारत अभियान की चर्चा होती है, तो यह बात सामने आती है कि इंदौर ने स्वच्छता में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इंदौर कई वर्षों से ‘स्वच्छ भारत रैंकिंग’ में नंबर एक पर बना हुआ है।’ देश के कोने-कोने से विभिन्न पहलों पर प्रकाश डालते हुए पीएम ने कहा, “काकीनाडा में गणपति विसर्जन के दौरान लोगों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया। ओडिशा में तीन दिनों के भीतर, 20 हजार से अधिक स्कूली छात्रों ने ‘स्वच्छ सागर-सुरक्षित सागर’ पहल के लिए साथी नागरिकों को प्रेरित करने का संकल्प लिया।

स्वच्छ भारत मिशन माननीय प्रधानमंत्री के दिल के बहुत करीब है और मन की बात के एपिसोड में अक्सर इसका विशेष उल्लेख किया गया है। चाहे युवा स्वच्छता एवं जनसेवा समिति हो या युवा फॉर परिवर्तन हो; चाहे वह केंद्रपाड़ा की कमला मोहराना हों या रुद्रप्रयाग के मनोज बैंजवाल, किसी भी योगदान को अनदेखा नहीं किया गया। हरियाणा के भिवानी में युवाओं के योगदान पर प्रकाश डालते हुए, पीएम ने 26 फरवरी, 2023 को अपने मन की बात के एपिसोड में उल्लेख किया कि भिवानी के युवाओं द्वारा चलाए गए एक स्वच्छता अभियान ने उनका ध्यान आकर्षित किया, जिन्होंने अपने शहर को स्वच्छता की दृष्टि से अनुकरणीय बनाने का फैसला किया है।

उन्होंने शहर में स्वच्छता अभियान चलाने के लिए युवा स्वच्छता एवं जनसेवा समिति नाम से एक संगठन बनाया, जिसने शहर के विभिन्न क्षेत्रों के टनों कचरे को साफ किया है।

ई-कबाड़ पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने 97वें एपिसोड में बताया कि अगर ई-कबाड़ का उचित तरीके से निपटान नहीं किया जाये, तो यह पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकता है। लेकिन, अगर सावधानी से किया जाए तो यह पुनर्चक्रण और पुनरुपयोग से जुड़ी चक्रीय अर्थव्यवस्था में एक बड़ी ताकत बन सकता है। ‘कचरे से कंचन’ के बारे में बात करते हुए, माननीय पीएम ने कुछ ई-कबाड़ पुनर्चक्रण करने वालों का उल्लेख किया। चाहे वह बेंगलुरु की ई-परिसारा हो, जिसने प्रिंटेड सर्किट बोर्ड से कीमती धातु निकालने के लिए एक स्वदेशी तकनीक विकसित की है या मुंबई का ईकोरेको हो, जिसने एक मोबाइल ऐप के माध्यम से ई-कचरे को इकट्ठा करने के लिए एक प्रणाली विकसित की है या कबाड़ीवाला हो; इन सभी का उल्लेख पीएम के लोकप्रिय रेडियो शो हुआ है। उनके प्रयासों की सराहना करते हुए, पीएम ने कहा कि, “ये सभी भारत को वैश्विक पुनर्चक्रण हब बनाने में मदद कर रहे हैं।”

विभिन्न स्वयं सहायता समूहों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य समितियों के प्रयासों और पहलों से प्रसन्न होकर, कार्यक्रम के 93वें एपिसोड में, प्रधानमंत्री ने बेंगलुरु के ‘यूथ फॉर परिवर्तन’ और मेरठ के ‘कबाड़ से जुगाड़’ अभियान और पर्यावरण की रक्षा के अन्य पहलों के बारे में बताया।

शहरी स्वच्छता में जन आंदोलन की सराहना करते हुए, पीएम ने मन की बात के एक एपिसोड में उल्लेख किया, “स्वच्छ भारत मिशन आज हर भारतीय के मन में मजबूती से स्थापित हो गया है। वर्ष 2014 में इस जन आंदोलन की शुरुआत से लेकर अब तक, इसे नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए लोगों द्वारा कई तरह के अनूठे प्रयास किए गए हैं। समाज में भी और गाँवों में भी, शहरों में भी और कार्यालयों में भी; यह अभियान हर तरह से उपयोगी साबित हो रहा है।’

मन की बात 30 अप्रैल, 2023 को 100वां एपिसोड पूरा कर रहा है, ऐसे में स्वच्छता योद्धाओं की स्फूर्तिदायक कहानियां, सभी को – “एक कदम स्वच्छता की ओर” – चलने के लिए प्रेरित करती हैं।

Comments are closed.