समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 30 मार्च। शिवसेना के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भाजपा से नाराज चल रहे वरुण गांधी से मुलाकात की है। दोनों नेताओं के बीच मंगलवार को मुलाकात हुई, जो करीब तीन घंटे तक चली। रिपोर्ट्स के मुताबिक वरुण गांधी को संजय राउत ने अपने दिल्ली स्थित घर पर डिनर के लिए आमंत्रित किया था। इसी दौरान दोनों की मुलाकात हुई और तीन घंटे तक बातचीत हुई।
बातचीत का खुलासा नहीं, सियासी गलियारों में हुई हलचल
दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई, यह सामने नहीं आया है। लेकिन कयासों का दौर तेज हो गया है। इसकी वजह यह है कि वरुण गांधी लंबे समय से भाजपा से नाराज चल रहे हैं और पार्टी भी उन्हें साइडलाइन करती दिखी है।
पांच राज्यों में हुए चुनाव में नहीं मिली थी बड़ी जिम्मेदारी
यूपी समेत 5 राज्यों के चुनाव में भी वरुण गांधी को कोई अहम जिम्मेदारी नहीं दी गई थी। ऐसे में संजय राउत से उनकी मुलाकात कई मायने निकाले जा रहे हैं। वरुण गांधी से मुलाकात के बाद संजय राउत ने विपक्षी एकता की बात कही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को खड़ा करने के लिए शरद पवार को यूपीए का अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए।
शरद पवार को क्षेत्रीय दलों का नेतृत्व करना चाहिए
इस बीच शरद पवार की पार्टी एनसीपी की यूथ विंग नेशनलिस्ट यूथ कांग्रेस ने प्रस्ताव पारित कर उन्हें यूपीए का चेयरमैन बनाए जाने की मांग की है। एनसीपी यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरज शर्मा ने कहा, ‘हमने प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें सिफारिश की गई थी कि शरद पवार को क्षेत्रीय दलों का नेतृत्व करना चाहिए और कांग्रेस को उनके लिए जगह छोड़नी चाहिए।’ एक तरफ शरद पवार को यूपीए का चेयरमैन बनाने की मांग और दूसरी तरफ वरुण गांधी से मुलाकात को लेकर कयास लग रहे हैं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि 2024 के आम चुनाव के दौरान वरुण गांधी भाजपा छोड़ सकते हैं।
वरुण गांधी लगातार भाजपा लीडरशिप पर हमला करते रहे हैं
गौरतलब है कि वरुण गांधी लगातार भाजपा लीडरशिप पर हमला करते रहे हैं। किसान आंदोलन के दौरान वरुण गांधी ने कई बार ट्वीट कर यूपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। यही नहीं बेरोजगारी के मुद्दे पर भी उन्होंने भाजपा सरकार को घेरा था। ऐसे में वरुण गांधी के भविष्य को लेकर अकसर सवाल उठते रहे हैं।
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