गृह मंत्री के आरोपों के बीच कांग्रेस और भाजपा के बीच बढ़ी राजनीतिक जंग

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,18 नवम्बर।
कर्नाटका की राजनीति में हाल ही में दोनों प्रमुख दलों, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.), के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। गृह मंत्री की ओर से यह आरोप लगाए गए हैं कि भाजपा ने कर्नाटका की सरकार को गिराने के लिए साजिश रची थी। इस आरोप ने राज्य की राजनीति को एक बार फिर से गर्म कर दिया है। यह बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब कुछ दिन पहले ही कर्नाटका के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के गंभीर आरोप लगाए थे। सिद्धारमैया का कहना था कि भाजपा ने उनकी सरकार गिराने के लिए 50 विधायकों को खरीदने की साजिश रची थी।

गृह मंत्री का आरोप

कर्नाटका के गृह मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा न केवल कर्नाटका में, बल्कि पूरे देश में लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकारों को गिराने और विधायकों को खरीदने की राजनीति कर रही है। गृह मंत्री के इस बयान ने राज्य में राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया है।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बयान का संदर्भ

सिद्धारमैया ने कुछ दिन पहले ही दावा किया था कि भाजपा ने कर्नाटका की कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए 50 विधायकों को खरीदने की साजिश रची थी। उनका कहना था कि भाजपा ने वित्तीय प्रलोभन और अन्य दबावों के जरिए विधायकों को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया था। मुख्यमंत्री का यह आरोप तब और गंभीर हो गया जब उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार गिराने में असफल रही है, लेकिन यह उनकी पार्टी की सरकार को कमजोर करने की कोशिश का हिस्सा था।

भा.ज.पा. का पलटवार

भा.ज.पा. ने कांग्रेस और सिद्धारमैया के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह महज एक राजनीतिक ड्रामा है। भाजपा के नेताओं का कहना है कि सिद्धारमैया अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। भाजपा ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस में आपस में ही मतभेद हैं, और वे इस प्रकार के आरोपों का सहारा लेकर अपनी कमजोरियों को छुपा रहे हैं।

राजनीतिक संकट और आरोप-प्रत्यारोप

कर्नाटका में आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला कोई नया नहीं है। राज्य में हमेशा से ही कांग्रेस और भाजपा के बीच तीव्र राजनीतिक प्रतिस्पर्धा रही है, और समय-समय पर दोनों दल एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे हैं। इस बार आरोप विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर लगे हैं, जो राज्य की राजनीति में गंभीर संकट उत्पन्न कर सकते हैं।

कांग्रेस और भाजपा के बीच शक्ति संघर्ष

कर्नाटका में कांग्रेस की सरकार के सत्ता में आने के बाद से भाजपा ने कई बार आरोप लगाए हैं कि कांग्रेस की सरकार अस्थिर है। भाजपा के नेताओं का दावा है कि कांग्रेस सरकार के अंदर आंतरिक मतभेद और असहमति हैं, जिनका फायदा भाजपा उठाने की कोशिश कर रही है। दूसरी ओर, कांग्रेस का कहना है कि भाजपा अपनी सत्ता की भूख को पूरा करने के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को कमजोर कर रही है।

निष्कर्ष

कर्नाटका की राजनीतिक स्थिति अब और जटिल होती जा रही है। गृह मंत्री और मुख्यमंत्री के आरोपों से यह स्पष्ट है कि कांग्रेस और भाजपा के बीच के तनाव में और भी वृद्धि हो सकती है। दोनों दलों के आरोप-प्रत्यारोप से यह लगता है कि कर्नाटका में अगला चुनाव एक महत्वपूर्ण और निर्णायक मोड़ पर होगा।
“राजनीतिक द्वंद्व और आरोपों के बावजूद, कर्नाटका के लोगों के सामने अब यह सवाल उठता है कि क्या यह आरोप सच साबित होंगे और राज्य की राजनीति किस दिशा में जाएगी?”

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