प्रमोद महाजन की हत्या एक बड़ी साजिश थी, बेटी ने किया चौंकाने वाला दावा, शाह को लिखेंगी पत्र

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,8 नवम्बर। भारतीय राजनीति के प्रभावशाली नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रमोद महाजन की 2006 में हत्या एक ऐसी घटना थी, जिसने देश को हिला कर रख दिया था। महाजन की हत्या के बाद कई तरह की अटकलें और कयास लगाए गए, लेकिन अब उनके परिवार से एक चौंकाने वाला दावा सामने आया है। प्रमोद महाजन की बेटी, सरिता महाजन ने हाल ही में यह कहा कि उनके पिता की हत्या एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी। इस बयान ने न केवल राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, बल्कि इसे लेकर जांच की मांग भी उठने लगी है।

प्रमोद महाजन की हत्या का मामला

प्रमोद महाजन की हत्या 2006 में उनके छोटे भाई, प्रधान महाजन ने गोली मारकर की थी। इस घटना के बाद पुलिस ने प्रधान महाजन को गिरफ्तार कर लिया था, और बाद में उन्होंने आत्मरक्षा में हत्या करने का दावा किया था। हालांकि, महाजन की हत्या को लेकर हमेशा से ही कई सवाल उठते रहे हैं। क्या यह एक पारिवारिक विवाद था, या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश थी, इसका सही जवाब कभी भी पूरी तरह से नहीं मिला।

सरिता महाजन का दावा

प्रमोद महाजन की बेटी सरिता महाजन ने हाल ही में मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि उनके पिता की हत्या को लेकर जो कुछ भी सामने आया, वह बहुत कुछ छुपाया गया है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक पारिवारिक विवाद नहीं था, बल्कि यह एक बड़ी साजिश का हिस्सा था। मैं मानती हूं कि मेरे पिता को मारने के पीछे किसी और का हाथ था।” सरिता ने यह भी कहा कि वह इस मामले की पुनः जांच की मांग करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखेंगी।

सरिता महाजन का यह बयान तब आया है जब प्रमोद महाजन की हत्या के 18 साल बाद भी मामले में कई रहस्यमयी पहलू बने हुए हैं। उनकी बेटी ने यह भी कहा कि उनके परिवार को हमेशा यह लगता रहा कि महाजन की हत्या के पीछे कुछ और था, लेकिन अब वह इसे सही समय पर सामने लाने का निर्णय ले चुकी हैं।

साजिश का संदर्भ

सरिता महाजन के इस बयान ने कई सवालों को जन्म दिया है। क्या वाकई प्रमोद महाजन की हत्या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा थी, या फिर यह एक पारिवारिक त्रासदी थी, जिसे बाद में साजिश के रूप में प्रस्तुत किया गया? प्रमोद महाजन भारतीय जनता पार्टी के एक महत्वपूर्ण नेता थे और उनके राजनीतिक प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता। उनकी हत्या के बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चाएं जोरों पर थीं कि क्या यह किसी राजनीतिक कारण से किया गया था। हालांकि, तब की जांच में यह निष्कर्ष निकला था कि यह हत्या पारिवारिक विवाद का परिणाम थी।

अब सरिता महाजन के इस नए बयान से यह मामला फिर से गरमा गया है। क्या यह सचमुच एक साजिश थी, और अगर हां, तो कौन लोग इसके पीछे थे? इन सवालों के जवाब तलाशने के लिए एक नई जांच की आवश्यकता हो सकती है।

जांच की मांग

सरिता महाजन ने इस मामले की पुनः जांच की मांग की है और वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखने की योजना बना रही हैं। उनका कहना है कि अब तक जो जांच हुई है, वह पूरी तरह से पारदर्शी नहीं रही और कई महत्वपूर्ण पहलुओं की अनदेखी की गई। वह चाहती हैं कि इस मामले की पुनः जांच हो और अगर कोई साजिश थी, तो उसके पीछे के अपराधियों को सजा दिलाई जाए।

सरिता ने यह भी कहा कि उन्होंने इस मामले को लेकर कई बार अधिकारियों से मुलाकात की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उनका आरोप है कि कई महत्वपूर्ण सबूतों को दबा लिया गया और मामले को जल्दी ही सुलझाने के नाम पर जल्दबाजी में निष्कर्ष पर पहुंचा दिया गया।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

सरिता महाजन के इस बयान के बाद भारतीय राजनीति में फिर से यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या प्रमोद महाजन की हत्या के पीछे किसी बड़ी साजिश का हाथ था। भाजपा के नेता इस मामले पर टिप्पणी करने से बच रहे हैं, जबकि विपक्षी दलों ने इसे लेकर विभिन्न बयान दिए हैं। कुछ नेताओं का मानना है कि इस मामले की सही तरीके से जांच होनी चाहिए ताकि न्याय सुनिश्चित किया जा सके।

दूसरी ओर, भाजपा ने अभी तक इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, यह माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर पार्टी की स्थिति बाद में स्पष्ट हो सकती है।

निष्कर्ष

प्रमोद महाजन की हत्या का मामला अभी भी एक अनसुलझा रहस्य बना हुआ है। उनकी बेटी सरिता महाजन का यह चौंकाने वाला दावा यह दर्शाता है कि यह मामला अभी तक पूरी तरह से सुलझा नहीं है। यह कहना मुश्किल है कि प्रमोद महाजन की हत्या वाकई एक साजिश का हिस्सा थी या नहीं, लेकिन इस नए दावे से यह मामला फिर से सुर्खियों में आ गया है। अब देखने वाली बात यह होगी कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और क्या एक नई जांच शुरू की जाती है, जिससे प्रमोद महाजन के परिवार को न्याय मिल सके।

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