राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने प्रवासी भारतीय पुरस्‍कार प्रदान किए

समग्र समाचार सेवा
भोपाल , 10 जनवरी। राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज मध्‍य प्रदेश के इंदौर में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस समारोह के समापन सत्र में उपस्थित रहेंगी। श्रीमती मुर्मू 27 देशों के भारतवंशियों को प्रवासी भारतीय सम्‍मान प्रदान करेंगी। यह सम्‍मान प्रवासी भारतीय दिवस समारोह के अंतर्गत प्रवासी भारतीयों, संस्थाओं को दिया जाता है, देश या दुनिया में जिनकी उपलब्धियां उल्‍लेखनीय हैं।

समारोह से अलग सूरीनाम के राष्‍ट्रपति चन्द्रिका प्रसाद संतोखी और गयाना के राष्‍ट्रपति डॉक्‍टर मोहम्‍मद इरफान अली राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कल मध्‍य प्रदेश के इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस सम्‍मेलन का औपचारिक उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि विभिन्‍न देशों में प्रवासी भारतीयों केके जीवन, संघर्ष और उनकी उपलब्धियों को सहज कर रखना होगा। श्री मोदी ने प्रवासी भारतीयों से वैश्विक व्‍यवस्‍था में भारत की अनूठी विश्‍व दृष्टि और उसकी महत्‍वपूर्ण भूमिका को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्‍होंने कहा कि आज दुनिया आशा और विश्‍वास के साथ भारत की ओर देख रही है इसलिए भारतवंशी हमारे देश के ब्रांड एम्‍बेसडर के रूप में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

विभिन्‍न क्षेत्रों में भारत की प्रगति का उल्‍लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया में कौशल और ज्ञान का केंद्र बनने की क्षमता रखता है। श्री मोदी ने यह भी कहा कि भारत विश्‍व की शीर्ष अर्थव्‍यवस्‍थाओं में है। उन्‍होंने कहा कि भारत में स्‍टार्टअप का इको सिस्‍टम दुनिया का सबसे बडा केन्‍द्र है। उन्‍होंने कहा‍ कि भारत तेजस और अरिहंत जैसी अत्‍याधुनिक प्रौद्योगिकी का जनक है।

प्रधानमंत्री ने भारतवंशियों से आह्वान किया कि भारत की प्रगति के साथ-साथ देश की संस्‍कृति और आध्‍यात्‍म से जुडे रहें, ताकि इसके बारे में दुनिया को भी बता सकें। उन्‍होंने कहा कि अमृतकाल के दौरान भारत की यात्रा में प्रवासी भारतीयों का महत्‍वपूर्ण स्‍थान होगा।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने सूरीनाम के राष्‍ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने हाइड्रोकार्बन, रक्षा, समुद्री सुरक्षा, डिजिटल पहल और आई सी टी तथा क्षमता निर्माण सहित द्विपक्षीय हित के विभिन्‍न क्षेत्रों में सहयोग बढाने पर चर्चा की। सूरीनाम ने लाइंस ऑफ क्रेडिट से प्राप्‍त ऋण के भुगतान के नवीनीकरण के लिए भारत की प्रशंसा की।

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