समग्र समाचार सेवा
बेंगलुरु,15 दिसंबर।
योगी सरकार ने प्रयागराज महाकुंभ-2025 को भारतीय संस्कृति और एकता का वैश्विक प्रतीक बनाने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी दिशा में शनिवार को बेंगलुरु में आयोजित एक भव्य रोड शो के माध्यम से उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेंद्र कुमार कश्यप ने कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और जनता को महाकुंभ में शामिल होने का निमंत्रण दिया।
मंत्रियों ने महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना का सबसे बड़ा पर्व बताते हुए इसे दिव्य, भव्य और डिजिटल बनाने का वादा किया। पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि इस महाकुंभ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं, साधु-संतों और पर्यटकों के आने की संभावना है। आयोजन को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है और तीन लाख पौधों का रोपण किया गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 100-बेड का अस्पताल, आईसीयू और विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की जा रही है।
डिजिटल तकनीकों के जरिए महाकुंभ को आधुनिक स्वरूप देने की योजना भी तैयार है। इसमें आरएफआईडी रिस्टबैंड, जीपीएस ट्रैकिंग, स्मार्ट पार्किंग और एआई चैटबॉट जैसी सुविधाएं शामिल होंगी। 44 घाटों पर पुष्प वर्षा, 15.25 किमी लंबे रिवर फ्रंट का निर्माण और सीसीटीवी आधारित भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था मेले को ऐतिहासिक बनाएगी।
मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह आयोजन ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना का सजीव उत्सव होगा। उन्होंने महाकुंभ को भारतवर्ष की विविधता में एकता का सबसे बड़ा प्रतीक बताते हुए इसे वैश्विक स्तर पर एक अद्वितीय आयोजन बनाने का संकल्प व्यक्त किया।
Comments are closed.