कुमार राकेश
समग्र समाचार सेवा
लंदन, 18सितंबर। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ब्रिटेन पहुंच गई हैं। लंदन के हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति मुर्मू के आगमन पर ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त व उप उच्चायुक्त व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और कई भारतीयों परिवारों द्वारा उनका स्वागत किया गया
राष्ट्रपति मुर्मू शनिवार देर शाम लंदन के लिए रवाना हुई थी। 17 सितंबर से शुरू तीन दिवसीय दौरे के अंतिम दिन यानी 19 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होंगी। शनिवार को लंदन पहुंचने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत सरकार की ओर से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि दी।
दिल्ली से रवाना होने के बाद राष्ट्रपति भवन से ट्वीट किया, ‘‘महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की राजकीय अंत्येष्टि में शामिल होने और भारत सरकार की ओर से संवेदना जताने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लंदन के लिए रवाना हो गई हैं।’’
United Kingdom | President of India Droupadi Murmu arrived in London to attend the state funeral of Queen Elizabeth II
State Funeral of Queen Elizabeth II will take place at Westminster Abbey on September 19
(Pic Source: President's Twitter handle) pic.twitter.com/yavFAwPEmq
— ANI (@ANI) September 17, 2022
महारानी एलिजाबेथ को श्रद्धांजलि देने लंदन पहुंचे विश्व नेता
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महारानी के अंतिम संस्कार में करीब 500 विदेशी नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। उन सबकी सुरक्षा के लिए लंदन में तय किया गया है कि विदेशी नेताओं को भी एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर सेवा नहीं दी जाएगी। सबको बस से ही जाना होगा। अंतिम यात्रा को लेकर बेहद ही खास इंतजाम किए गए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि देने लंदन पहुंच गए हैं।
बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन का हवाई अड्डे पर ब्रिटेन के राजदूत जेन हार्टले, ‘लॉर्ड लेफ्टिनेंट ऑफ एसेक्स’ जेनिफर टोलहर्स्ट तथा अन्य लोगों ने स्वागत किया।
इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया, न्युजीलैंड के प्रधानमंत्री समेत अन्य देश के राष्ट्राध्यक्ष भी लंदन पहुंच चुके हैं।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों, कनाडा के जस्टिन ट्रूडो, बेल्जियम के किंग फिलिप, श्रीलंका के रानिल विक्रमसिंघे भी महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक चीन की सरकार ने क्वीन एलिजाबेथ को श्रद्धांजिल देने के लिए एक प्रतिनिधि मंडल भेजा था, जिसे ब्रिटेन की संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स की अथॉरिटीज ने अनुमति नहीं नहीं दी।
बीबीसी और पॉलिटिको नाम की न्यूज एजेंसी में प्रकाशित खबर के मुताबिक चीन के प्रतिनिधि मंडल को वेस्टमिंस्टर एबे हॉल जाने की अनुमति इसलिए नहीं दी गई, क्योंकि 2021 में चीन ने ब्रिटिश संसद के दोनों सदनों के कुछ सदस्यों पर प्रतिबंध लगा दिया था। इन सदस्यों ने चीन के शिनजियांग प्रांत में उइघर मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ हो रही ज्यादिती को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी जिसके विरोध में ब्रिटेन की संसद के दोनों सदनों ने चीन के राजदूत झेंग झेगुआंग पर प्रतिबंध लगा दिया था।
गौरतलब है कि 96 साल की उम्र में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 8 सितंबर को स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में निधन हो गया था। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को 19 सितंबर को लंदन के विंडसर में किंग जॉर्ज चतुर्थ मेमोरियल चैपल में दफ़नाया जाएगा।
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