समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 13फरवरी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज (13 फरवरी, 2024) श्रीमद राजचंद्र मिशन धरमपुर, वलसाड का दौरा किया।
उपस्थित सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि श्रीमद राजचंद्र जी एक महान संत, कवि, दार्शनिक और समाज सुधारक थे। उन्होंने कहा कि उनके पदचिन्हों पर चलते हुए गुरुदेव श्री राकेश जी ने आध्यात्मिक क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि गुरूदेव राकेश जी के मार्गदर्शन में, श्रीमद राजचंद्र मिशन धरमपुर,विश्व भर में 200 से अधिक स्थानों पर सक्रिय है। उन्होंने कहा कि यह मिशन आत्म-ज्ञान का मार्ग प्रशस्त करने के लिए प्रयासरत है। यह पुनीत कार्य मानव-कल्याण में महान योगदान है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज बहुसंख्यक लोग भौतिक सुख के पीछे भाग रहे हैं। वे भूल गए हैं कि उन्हें जीवन में वास्तव में क्या चाहिए। हम अपनी आध्यात्मिक संपदा को धीरे-धीरे विस्मृत करते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें स्मरण रखना चाहिए कि धनोपार्जन के साथ-साथ मानसिक शांति, समभाव, संयम और सदाचार भी अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यदि हम अपने मूल स्वभाव की ओर जाएं, तो आज विश्व में व्याप्त अनेक समस्याओं के समाधान प्राप्त हो सकते हैं। लेकिन, इसका यह तात्पर्य नहीं है कि हम आधुनिक विकास को त्याग दें। इसका अर्थ है कि हम आध्यात्मिकता के मार्ग पर चलते हुए आधुनिक विकास को अपनाएं।
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