छत्तीसगढ़ के बैगा आदिवासी परिवारों को राष्ट्रपति का न्योता, रिपब्लिक डे परेड में होगा शामिल

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,23 जनवरी।
छत्तीसगढ़ के बैगा आदिवासी परिवारों को इस साल के रिपब्लिक डे परेड के लिए राष्ट्रपति भवन से विशेष न्योता मिला है। यह पहला अवसर है जब छत्तीसगढ़ के बैगा आदिवासी परिवारों को इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय आयोजन का हिस्सा बनने का अवसर प्राप्त हो रहा है। इस कदम को आदिवासी समुदाय की सांस्कृतिक पहचान और उनके योगदान की सराहना के रूप में देखा जा रहा है।

बैगा आदिवासी परिवारों को विशेष सम्मान

रिपब्लिक डे परेड में भाग लेने के लिए चुने गए बैगा आदिवासी परिवारों का चयन उनकी सांस्कृतिक धरोहर और जीवनशैली को सम्मान देने के उद्देश्य से किया गया है। बैगा आदिवासी, जो छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में रहते हैं, अपनी विशिष्ट परंपराओं, जीवनशैली और कला के लिए प्रसिद्ध हैं। ये आदिवासी अपने पारंपरिक रीति-रिवाजों, वेशभूषा और लोक संगीत के लिए मशहूर हैं।

रिपब्लिक डे परेड में शामिल होने का न्योता मिलने पर बैगा आदिवासी परिवारों के सदस्य गदगद हैं। उनका कहना है कि यह उनके समुदाय के लिए गर्व का पल है और उन्हें अपनी संस्कृति और परंपराओं को राष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने का यह एक अनमोल अवसर मिलेगा।

सांस्कृतिक पहचान और समावेशी विकास की दिशा में कदम

यह कदम न केवल बैगा आदिवासी समुदाय के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है। इससे यह संदेश जाता है कि भारत की विविधता और विभिन्न जनजातीय समुदायों की सांस्कृतिक पहचान को सरकारी स्तर पर महत्व दिया जा रहा है। आदिवासी समाज के सदस्य अपनी पारंपरिक कला, लोकगीत और नृत्य के माध्यम से देश को अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से परिचित करवा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने भी इस अवसर पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “यह हमारे राज्य के लिए गर्व का पल है। बैगा आदिवासी समुदाय की पहचान और उनके योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलना हमें गर्व महसूस कराता है।”

राष्ट्रपति के न्योते का महत्व

रिपब्लिक डे परेड में बैगा आदिवासी परिवारों का समावेश राष्ट्रीय एकता और समाज के समावेशी विकास का प्रतीक है। यह भी दर्शाता है कि केंद्र सरकार आदिवासी समुदायों के उत्थान और उनके विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर राष्ट्रपति भवन से जारी किए गए एक बयान में कहा गया, “हमारे समाज की विविधता को सम्मान देने के लिए आदिवासी परिवारों को इस बार रिपब्लिक डे परेड में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया है।”

निष्कर्ष

छत्तीसगढ़ के बैगा आदिवासी परिवारों का रिपब्लिक डे परेड में शामिल होना न केवल उनके समुदाय की संस्कृति और परंपराओं का सम्मान है, बल्कि यह समावेशी समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इस विशेष आयोजन में उनकी उपस्थिति आदिवासी समुदाय की कड़ी मेहनत, समर्पण और सांस्कृतिक धरोहर को पहचान दिलाने में सहायक होगी। बैगा आदिवासी परिवारों के लिए यह अवसर गर्व का कारण बन चुका है, और यह भारत की समृद्ध विविधता का प्रतीक बनकर उभरेगा।

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