समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29 नवंबर। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने रविवार को हरिद्वार में पतंजलि विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में शिरकत की और उसे संबोधित किया।
इस अवसर पर कोविंद ने कहा कि योग को लोकप्रिय बनाने में स्वामी रामदेव का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने अनगिनत आम लोगों को योग अभ्यासों से जोड़कर लाभान्वित किया है। उन्होंने कहा कि उनकी मान्यता के अनुसार योग सबके लिए है, योग सबके लिए है।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने कई उपकरणों की मदद से इलाज के क्षेत्र में आश्चर्यजनक प्रगति की है। हालांकि, आयुर्वेद और योग-विज्ञान ने ब्रह्मांड द्वारा विकसित सर्वोत्तम उपकरण यानी मानव शरीर पर गहराई से विचार और शोध किया है। और शरीर के माध्यम से ही इसने उपचार के प्रभावी तरीके विकसित किए हैं।
उन्होंने कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय स्वदेशी उद्यमिता और रोजगार सृजन के विचार पर आधारित शिक्षा देकर भावी पीढ़ी को राष्ट्र निर्माण के लिए तैयार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पतंजलि विश्वविद्यालय हमारे प्रासंगिक पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़कर भारत को ‘ज्ञान महाशक्ति’ बनाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति द्वारा निर्धारित पथ पर आगे बढ़ रहा है।
उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि पतंजलि विश्वविद्यालय ने अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ की स्थापना की है। उन्होंने कहा कि इस पहल के माध्यम से भारतीय मूल्यों और ज्ञान परंपरा को दुनिया भर में फैलाया जा सकता है। और यह 21वीं सदी के नए भारत के उदय में इस विश्वविद्यालय का विशेष योगदान होगा।
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