समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8नवंबर। राष्ट्रपति मुर्मु और उपराष्ट्रपति धनखड़ ने गुरु नानक देव जी के जन्मदिवस पर देशवासियों को बधाई दी है।
राष्ट्रपति ने कहा, “गुरु नानक देव जी के जन्म दिवस के अवसर पर देश तथा विदेश में रह रहे सभी देशवासियों और विशेष रूप से सिख भाइयों एवं बहनों को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।
गुरु नानक देव जी ने ‘एक ओंकार’ का संदेश देते हुए कहा कि ‘ईश्वर एक है और सर्वव्यापक है’। उन्होंने हमें समाज में प्रेम, एकता और भाईचारे के साथ रहने की प्रेरणा दी है। ‘जपजी साहिब’ में प्रेम, आस्था, सत्य, त्याग और नैतिक आचरण जैसे शाश्वत मूल्य विद्यमान हैं जिनसे हमें जीवन में सीख लेनी चाहिए। ‘किरत करो, वंड छको’ जैसे उपदेशों से उन्होंने हमें ईमानदारी से जीने और मिल-बांटकर सभी संसाधनों का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। गुरु नानक देव ने यह संदेश भी दिया कि मनुष्य को विनम्र रहकर सेवा-भाव से जीवन व्यतीत करना चाहिए। उनके विचारों को अपनाकर हम समाज में शांति, समानता और समृद्धि ला सकते हैं।
आइए, हम उनकी शिक्षाओं को अपनाकर उनके बताए हुए रास्ते पर चलें और मानव जाति के कल्याण की भावना के साथ कार्य करें।”
उपराष्ट्रपति ने गुरु नानक देव जयंती की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरु नानक देव जयंती पर देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा, “गुरु नानक देव जी की जन्म जयंती के शुभ अवसर पर देशवासियों तथा विदेशों में रह रहे प्रवासी भारतीय समुदाय को मेरी हार्दिक बधाई तथा शुभ कामनाएं!
हमारे देश का यह सौभाग्य रहा कि उसे गुरु नानक देव जी जैसी विभूतियों से आध्यामिक और नैतिक मार्गदर्शन प्राप्त हुआ जिन्होंने अखिल मानवता की उस अंतर्निहित एकता को उजागर किया जो सत्य, करुणा और सदाचरण जैसे सार्वभौमिक गुणों से एकसूत्र में बंधी रही है।
गुरु नानक जी जैसे आचार्यों और गुरुजनों के सात्विक ज्ञान के कारण ही भारत को विश्वगुरु के रूप में प्रतिष्ठा मिली। उन्होंने हमें एक पवित्र संवेदनशील जीवन तथा एक समावेशी समाज की राह दिखायी। उन्होंने अपने नैतिक और आध्यात्मिक उपदेशों से समाज में समानता के संस्कार डाले। उनके शबद -साखी, उनका सम्पूर्ण वांग्मय, सारी मानवता की शाश्वत आध्यात्मिक धरोहर हैं।
उनका कालजयी संदेश, एक करुणामय, संवेदनशील और शांतिपूर्ण विश्व के निर्माण हेतु हमारा मार्गदर्शन करे।”
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