राष्ट्रपति मुर्मू को ”दी डॉक्टरेट” की उपाधि:

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,11 अप्रैल।
अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर श्रीमती राष्ट्रपति ने लिखा, “भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। वहीं, स्लोवाकिया अपने मजबूत औद्योगिक आधार और यूरोप में अपने रणनीतिक स्थान के कारण गहन व्यापार और निवेश संबंधों के लिए बेहतरीन अवसर प्रदान करता है।”
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू पुर्तगाल और स्लोवाक गणराज्य की अपनी राजकीय यात्रा के अंतिम चरण में ब्रातिस्लावा पहुँचीं। यह 29 वर्षों में किसी भारतीय राष्ट्रपति की स्लोवाक गणराज्य की पहली यात्रा है।
राष्ट्रपति ने स्लोवाक गणराज्य के राष्ट्रपति भवन की यात्रा के साथ अपने कार्यक्रमों की शुरुआत की, जहाँ राष्ट्रपति महामहिम श्री पीटर पेलेग्रिनी ने उनका स्वागत किया। इसके बाद, दोनों राष्ट्रपतियों ने आमने-सामने बैठक की और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं और साझा वैश्विक और क्षेत्रीय हितों पर चर्चा की। उन्होंने स्लोवाकिया में भारतीय कला और संस्कृति की बढ़ती लोकप्रियता का भी जिक्र किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्लोवाकिया को 1 से 4 मई, 2025 तक मुंबई में भारत द्वारा आयोजित आगामी WAVE शिखर सम्मेलन में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्लोवाकिया को 1 से 4 मई, 2025 तक मुंबई में होने वाले WAVE शिखर सम्मेलन में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। दोनों नेताओं ने दो महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया: एक NSIC और स्लोवाक बिजनेस एजेंसी के बीच MSMEs के क्षेत्र में सहयोग पर, और दूसरा SSIFS तथा स्लोवाक विदेश और यूरोपीय मामलों के मंत्रालय के बीच राजनयिक प्रशिक्षण सहयोग पर।
अपनी इस यात्रा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को ब्रातिस्लावा में स्लोवाकिया-भारत व्यापार मंच को संबोधित करते हुए कहा कि यह मंच दोनों देशों के बीच तालमेल खोजने और लाभदायक साझेदारियों को विकसित करने के लिए एक बेहतरीन अवसर है। उन्होंने व्यापार जगत के नेताओं से अपील की कि वे इन अवसरों का पूरा फायदा उठाएं और उन्हें ठोस परिणामों में बदलें।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने भाषण में यह भी बताया कि भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, और स्लोवाकिया व्यापार और निवेश के लिए शानदार अवसर प्रदान करता है। खासकर ऑटोमोटिव क्षेत्र हमारे दोनों देशों के बीच एक मजबूत संबंध के रूप में उभरा है। टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी, जगुआर लैंड रोवर ने स्लोवाकिया में एक महत्वपूर्ण निवेश किया है, जिसमें 2018 से नित्रा में चल रही एक विनिर्माण सुविधा भी शामिल है। उन्होंने लैंड रोवर डिस्कवरी और डिफेंडर जैसे मॉडल बनाने वाले इस अत्याधुनिक संयंत्र की प्रशंसा की, जो वैश्विक ऑटोमोबाइल विनिर्माण में स्लोवाकिया की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है, और राष्ट्रपति पेलेग्रिनी के अमूल्य योगदान की सराहना की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्लोवाक गणराज्य के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको से मुलाकात की, जहां उन्होंने व्यापार और संस्कृति के क्षेत्र में गहरी चर्चा की। दोनों नेताओं ने आपसी हितों के सभी पहलुओं में द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक विविध और मजबूत बनाने पर सहमति जताई।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू स्लोवाकिया और पुर्तगाल की अपनी चार दिवसीय यात्रा के आखिरी दिन नाइट्रा (स्लोवाकिया) विश्वविद्यालय परिसर में सम्मान ग्रहण करने के लिए पहुंचीं। उन्हें ‘कॉन्स्टेंटाइन द फिलॉसफर’ विश्वविद्यालय से ‘‘सार्वजनिक सेवा और शासन में उनके अद्वितीय योगदान, सामाजिक न्याय और समावेश की वकालत के लिए’’ डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। इसके बाद, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्लोवाक बच्चों की पेंटिंग्स की प्रदर्शनी का दौरा किया। उन्होंने सुश्री लेनका मुकोवा के द्वारा प्रस्तुत रामायण पर आधारित कठपुतली कार्यक्रम का आनंद लिया, जिसमें 100 से ज्यादा बच्चे भी शामिल थे। सुश्री लेनका प्रेसोव में बाबादलो कठपुतली थियेटर का हिस्सा हैं, जो पिछले 30 वर्षों से कठपुतली के माध्यम से बच्चों को शिक्षित कर रहा है।
भारत स्लोवाक गणराज्य के साथ अपने पारंपरिक और घनिष्ठ संबंधों को बहुत महत्व दे रहा है। ये संबंध लोकतंत्र, कानून के शासन और वैश्विक मुद्दों पर साझा मूल्यों के आधार पर बने हैं और विभिन्न क्षेत्रों में हमारे बीच का जुड़ाव बढ़ा है।

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