राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद किंग्सटाउन, सेंट विंसेट और ग्रेनेडाइंस पहुंचे, आगमन पर 21 तोपों की दी गई सलामी

समग्र समाचार सेवा
किंग्सटाउन, 19मई। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद सात दिवसीय राजकीय यात्रा के तहत किंग्सटाउन सेंट विंसेंट एंडग्रेनाडाइन्स पहुंचे। प्रधानमंत्री राल्फ ई गोंजाल्विस ने उनका स्वागत किया। उनके आगमन पर राष्ट्रपति कोविंद को गार्ड आफ आनर दिया गया। बता दें कि राष्ट्रपति कोविंद 18 से 21 मई तक सेंट विंसेंट एंडग्रेनाडाइन्स में रहेंगे।

किंग्सटाउन, एएनआइ। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद सात दिवसीय राजकीय यात्रा के तहत किंग्सटाउन, सेंट विंसेंट एंडग्रेनाडाइन्स (एसवीजी) पहुंचे। प्रधानमंत्री राल्फ ई गोंजाल्विस ने उनका स्वागत किया। उनके आगमन पर राष्ट्रपति कोविंद को गार्ड आफ आनर दिया गया। आगमन के बाद उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई। यह किसी भारतीय राष्ट्रपति की सेंट विंसेट एंड ग्रेनाडाइन्स की पहली यात्रा है। उनके साथ उनकी पत्नी प्रथम महिला सविता कोविंद, केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी, लोकसभा सांसद रमा देवी और सतीश कुमार गौतम भी हैं। इस बीच, भारत की ओर से जमैका में भारत के उच्चायुक्त एस. बालचंद्रन और उनकी पत्नी हेमलता चंद्रन मौजूद थे। आगमन के बाद सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस के स्टब्स गवर्नमेंट स्कूल के छात्रों ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद का स्वागत किया।

बता दें कि राष्ट्रपति कोविंद 18 से 21 मई तक सेंट विंसेंट एंडग्रेनाडाइन्स में रहेंगे। एसवीजी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति कोविंद अपने समकक्ष एसवीजी के गवर्नर-जनरल सुसान डौगन के साथ चर्चा करेंगे और देश के प्रधान मंत्री राल्फ गोंजाल्विस के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्तियों से भी मुलाकात करेंगे।अन्य गतिविधियों के अलावा, राष्ट्रपति कोविंद अपनी यात्रा के दौरान एसवीजी के विधानसभा सदन को भी संबोधित करेंगे।

राष्ट्रपति कोविंद अपनी यात्रा के दौरान अन्य गतिविधियों के अलावा सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस की सभा को भी संबोधित करेंगे।

सेंट विंसेंट एंड द ग्रेनाडाइन्स भारत का एक महत्वपूर्ण भागीदार है।

दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 60 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, “भारत में जमैका का एक बहुत ही खास स्थान है और हमारे लोगों के बीच जीवन के सभी क्षेत्रों से भारतीय इस खूबसूरत देश में आ रहे हैं और इसे अपना घर बना रहे हैं।”

भारत और जमैका ने पारंपरिक रूप से लोकतांत्रिक मूल्यों, इतिहास के सामान्य संबंधों, एक संसदीय लोकतांत्रिक प्रणाली, राष्ट्रमंडल में सदस्यता, अंग्रेजी भाषा के उपयोग और क्रिकेट के प्रति प्रेम के आधार पर सौहार्दपूर्ण संबंधों की सराहना की है।

 

 

 

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