राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश में जाएंगे अपने जन्मस्थान, राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार करेंगे ट्रेन यात्रा
समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 23जून। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार 25 जून को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से एक विशेष ट्रेन से अपने दौरे पर रवाना होंगे. राष्ट्रपति 25 से 29 जून तक कई जगहों का दौरा करेंगे। राष्ट्रपति बनने के बाद वो पहली बार ट्रेन से कहीं जाएंगे।
25 जून को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से चलने वाली ट्रेन राष्ट्रपति के पहले पड़ाव में दो स्टेशनों पर रुकेगी। इसमें पहला रेलवे स्टेशन झींझक और दूसरा कानपुर देहात का रूरा है. यहां पहुंचने पर राष्ट्रपति कोविंद अपने स्कूल के दिनों और उनके सामाजिक सेवा के शुरुआती दिनों के पुराने परिचितों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान उनका कानपुर देहात में अपने जन्मस्थान परौख जाने का भी कार्यक्रम है। कानपुर देहात के परौख गांव में 27 जून को वो दो कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
देश के इतिहास में यह पहली बार होगा जब कोई राष्ट्रपति अपने जन्मस्थान पर ट्रेन से जाएगा। 28 जून को राष्ट्रपति अपना कानपुर दौरा समाप्त कर लखनऊ के लिए निकलेंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहले ही अपने जन्मस्थान जाना चाहते थे लेकिन कोरोना के कारण वे नहीं जा सके थे। राष्ट्रपति कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेन से दो दिन के दौरे के लिए लखनऊ के लिए रवाना होंगे। यहां तय कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद 29 जून को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हवाईजहाज से वापस दिल्ली लौट जाएंगे।
रिकॉर्ड बताते हैं कि देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद अक्सर ट्रेन से यात्राएं करते थे। राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद उन्होंने बिहार की यात्रा के दौरान सीवान जिले में अपने जन्मस्थान जीरादेई का खास दौरा ट्रेन से ही किया था। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को ट्रेन से देश भर में यात्रा करना पसंद था. लोगों के साथ जुड़ने के लिए राजेन्द्र प्रसाद को ट्रेन यात्राएं पसंद थी।
डॉ प्रसाद के उत्तराधिकारियों ने भी देश के लोगों से जुड़ने के लिए रेल यात्रा को प्राथमिकता दी।
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