प्रधानमंत्री मोदी ने सितंबर से ‘विश्वकर्मा योजना’ शुरू करने की घोषणा की, जानें- क्या है विश्वकर्मा कौशल योजना?
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 15अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने लगातार 10वें स्वतंत्रता दिवस भाषण में पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए अगले महीने 13,000-15,000 करोड़ रुपये के शुरुआती खर्च के साथ विश्वकर्मा योजना शुरू करने की घोषणा की.
लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए, प्रधान मंत्री ने कहा कि सरकार पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए अगले महीने 13,000 से 15,000 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ ‘विश्वकर्मा योजना’ शुरू करेगी.”
बजट 2023 में ‘विश्वकर्मा योजना’की घोषणा की गई थी. जिसका मकसद कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की क्वॉलिटी, पैमाने और पहुंच में सुधार करना और उन्हें घरेलू और ग्लोबल मूल्य श्रृंखला के साथ एकीकृत करना है. जिसकी वजह से ऐसे श्रमिकों, खासकरके से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़े समुदायों, महिलाओं, ट्रांसजेंडर और समाज के अन्य कमजोर वर्गों से संबंधित लोगों का इकोनॉमिक इंपॉवरमेंट होगा.
यह योजना सितंबर में विश्वकर्मा जयंती पर लॉन्च की जाएगी. विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर 2023 को है.
इस बीच, लाल किले से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने देश को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि मैं अपने देश की माताओं, बहनों और बेटियों को उनकी क्षमता के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. मैं हमारे परिवारजनों, हमारे किसानों, हमारे मजदूरों… हमारे पेशेवरों, चाहे वे वैज्ञानिक हों, इंजीनियर हों, नर्स हों, शिक्षक हों या प्रोफेसर हों, उनके प्रति हार्दिक सम्मान व्यक्त करता हूं. हर कोई मां भारती के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहा है.”
उन्होंने किसानों को उनके प्रयासों के लिए भी धन्यवाद दिया कि भारत कृषि क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है.
लाल किले पर पहुंचने पर पीएम मोदी का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, रक्षा सचिव गिरिधर अरामने और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने स्वागत किया.
प्रधान मंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराये जाने के बाद भारतीय वायु सेना के दो एडवांस्ड हल्के हेलीकॉप्टर मार्क-III ध्रुव द्वारा कार्यक्रम स्थल पर फूलों की वर्षा की गई.
जानें- क्या है विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना?
विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना में केवल आर्थिक मदद दी जानी है. इस योजना के जरिए प्रशिक्षण, आधुनक तकनीक के बारे में जानकारी, ब्रांड का प्रमोशन, स्थानीय और ग्लोबल मार्केट्स से जुड़ाव, डिजिटल पेमेंट्स और सोशल सेक्योरिटी की बात शामिल है. सरकार देश के हर कोने में एक विश्वकर्मा संस्थागत समर्थन मुहैया कराना है. इससे लोन लेने में आसानी होगी, कौशल और टेक्निक के क्षेत्र में मदद, डिडिटल इंपॉवरमेंट, कच्चा माल और मार्केटिंग शामिल है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान’ विषय पर बजट के बाद वेबिनार को संबोधित किया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि वेबिनार करोड़ों भारतीयों के कौशल और विशेषज्ञता के प्रति समर्पित है. कौशल भारत मिशन और कौशल रोजगार केंद्र के माध्यम से करोड़ों युवाओं को कौशल प्रदान करने और रोजगार के अवसर का सृजन करेगा. पीएम ने विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना या पीएम विश्वकर्मा को उसी सोच का परिणाम बताया था. योजना की आवश्यकता और ‘विश्वकर्मा’ नाम के औचित्य के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय लोकाचार में भगवान विश्वकर्मा की उच्च स्थिति और उन लोगों के सम्मान की एक समृद्ध परंपरा रही है, जो औजार के साथ अपने हाथों से काम करते हैं.
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