समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6 अगस्त: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 अगस्त को सुबह 9 बजे ICAR‑PUSA, नई दिल्ली में आयोजित हो रहे M.S. स्वामीनाथन शताब्दी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं और आम जनता को संबोधित भी करेंगे.
सम्मेलन का विषय और उद्देश्य
सम्मेलन का विषय “Evergreen Revolution – The Pathway to Bio‑happiness” है, जो प्रो. स्वामीनाथन की सदाबहार क्रांति की अवधारणा पर आधारित है और सार्वभौमिक खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक है. मंच वैज्ञानिकों, विकास विशेषज्ञों और हितधारकों को सतत कृषि, जैव विविधता संरक्षण, जलवायु लचीलेपन तथा युवा, महिलाएं और हाशिए पर पड़े समुदायों को सम्मिलित करने की बहस का अवसर देगा.
पहला स्वामीनाथन पुरस्कार ‘खाद्य और शांति’ हेतु
सम्मेलन के दौरान MSSRF और TWAS की साझेदारी में ‘M.S. Swaminathan Award for Food and Peace’ की पहल भी की जाएगी, जिसे प्रधानमंत्री मोदी पहले पुरस्कार के विजेता को प्रदान करेंगे. यह पुरस्कार उन विकासशील देशों के वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं को मिलेगा, जिन्होंने खाद्य सुरक्षा, जलवायु न्याय और शांति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है
प्रमुख विषय और बहस के आयाम
सम्मेलन का फोकस निम्नलिखित क्षेत्रों पर होगा:
- जैव विविधता और प्राकृतिक संसाधनों का सतत प्रबंधन
- पोषण-संवेदनशील कृषि एवं खाद्य सुरक्षा
- जलवायु बदलाव के अनुकूल कृषि तकनीकें और लचीलापन
- डिजिटल एवं तकनीक-समर्थित आजीविका<sup>
- युवा, महिला एवं हाशिए पर रहने वाले समुदायों की भागीदारी
M.S. स्वामीनाथन शताब्दी सम्मेलन भारत की कृषि नीति और वैश्विक खाद्य सुरक्षा दृष्टि को नई दिशा देने वाला आयोजन साबित हो सकता है। “Evergreen Revolution” की विचारधारा पर आधारित यह पहल सतत विकास, जैव‑सुख और समावेशी प्रगति का मंच है, जिसे प्रधानमंत्री मोदी के सम्मानित उद्घाटन से और अधिक सार्थकता मिलेगी।
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