प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर गांधीनगर में जोरदार संबोधन दिया, पाकिस्तान को सख्त चेतावनी
समग्र समाचार सेवा,
गांधीनगर, 27 मई: ऑपरेशन सिंदूर की भव्य सफलता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के गांधीनगर में मंगलवार को एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने देशवासियों को यह विश्वास दिलाया कि भारत ने आतंकवाद और पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है और अब देश किसी भी प्रकार की साजिश बर्दाश्त नहीं करेगा।
पीएम मोदी ने कहा, “आज हर तरफ सिंदूरिया सागर की गर्जना और लहराता तिरंगा दिखाई दे रहा है। यह माहौल सिर्फ गुजरात ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में है।” उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब भारत ने यह तय कर लिया है कि कांटे को निकालकर रहेगा।
प्रधानमंत्री ने इतिहास की ओर इशारा करते हुए बताया कि 1947 में जब देश विभाजित हुआ था, तब सरदार पटेल ने आतंकवादियों को कड़ा जवाब देने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि तब से लेकर आज तक आतंकवाद का सिलसिला जारी है, लेकिन भारत की सैन्य ताकत ने हर बार पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ाया है।
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई को खासतौर पर याद किया, जिसमें आतंकवादियों के नौ ठिकानों को मात्र 22 मिनट में तबाह कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इस बार सब कुछ कैमरे के सामने हुआ, ताकि किसी को भी भारत से सबूत मांगने का मौका न मिले। उन्होंने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि वह आतंकियों को स्टेट ऑनर देकर उनका समर्थन करता है, और इस वजह से अब यह प्रॉक्सी वॉर नहीं बल्कि एक पूर्ण युद्ध है, जिसका जवाब भारत उसी भाषा में देगा।
साथ ही, पीएम मोदी ने सिंधु जल समझौते की भी आलोचना की और कहा कि इस समझौते में देश के हितों को नजरअंदाज किया गया है, जिससे जम्मू-कश्मीर की नदियों के बांधों की सफाई तक नहीं हो पा रही। उन्होंने कहा कि देश के लोग अपने हक का पानी पाने के लिए पूरी तरह सजग रहें।
प्रधानमंत्री ने देश की आर्थिक प्रगति का भी जिक्र किया और बताया कि मात्र तीन साल में भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, जबकि कोरोना महामारी, प्राकृतिक आपदाओं और पड़ोसी देशों की चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा।
अंत में पीएम मोदी ने देशवासियों से विदेशी सामानों के बहिष्कार की अपील की। उन्होंने कहा, “आज छोटे-छोटे सामान तक विदेश से आ रहे हैं, जैसे चीनी गणेश और होली की पिचकारियां। हमें एक सूची बनानी चाहिए और मेड इन इंडिया उत्पादों को प्राथमिकता देनी चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर केवल सैन्य बलों की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि देश के हर नागरिक की भी जिम्मेदारी है।”
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