प्रधानमंत्री मोदी ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर दी श्रद्धांजलि, कहा– समाज सेवा और संस्कृति के प्रति उनका योगदान अविस्मरणीय

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 12 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके अमूल्य योगदान को याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी के समाज सेवा के आजीवन प्रयासों और भारत की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा।

प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी को भारत की सांस्कृतिक परंपराओं से गहरा लगाव था। उन्होंने देश की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर कार्य किया और अपनी पूरी जीवन यात्रा में भारतीय मूल्यों को जनमानस से जोड़ने का कार्य किया।

प्रधानमंत्री ने अपने श्रद्धांजलि संदेश में कहा, “राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। समाज सेवा के उनके प्रयासों को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। जनसंघ और भाजपा को मजबूत बनाने में उनकी प्रमुख भूमिका रही। हमारी सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति गहरी आस्था रखने वाली विजयाराजे सिंधिया जी ने हमेशा उन्हें संरक्षित और लोकप्रिय बनाने का काम किया।”

राजमाता विजयाराजे सिंधिया न केवल राजनीतिक दृष्टि से प्रखर नेता थीं, बल्कि वे नारी सशक्तिकरण, समाज सेवा और सांस्कृतिक पुनर्जागरण की प्रतीक भी रहीं। उन्होंने जनसंघ और बाद में भाजपा के संगठन को मजबूत करने में अग्रणी भूमिका निभाई।

उनका राजनीतिक जीवन समर्पण और सादगी का उदाहरण था। उन्होंने जनता के बीच जाकर समाज के हर वर्ग की आवाज़ को संसद और राजनीति में स्थान दिलाने का कार्य किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज भी राजमाता विजयाराजे सिंधिया का जीवन और विचार नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। उनके योगदान ने भारतीय राजनीति और समाज सेवा के क्षेत्र में एक ऐसी छाप छोड़ी है, जिसे आने वाली पीढ़ियाँ हमेशा स्मरण करेंगी।

 

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