प्रधानमंत्री मोदी ने श्यामजी कृष्ण वर्मा को जयंती पर दी श्रद्धांजलि, स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को किया याद
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4 अक्टूबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को स्वतंत्रता संग्राम के महानायक श्यामजी कृष्ण वर्मा की जयंती पर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन किया। उन्होंने कहा कि वर्मा का साहस, समर्पण और सेवाभाव भारत माता के लिए अमूल्य धरोहर है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (X) पर लिखे अपने संदेश में कहा,
“सभी देशवासियों की ओर से भारत माता के कर्मठ सपूत श्यामजी कृष्ण वर्मा को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। आजादी के आंदोलन में उनके साहस, समर्पण और सेवाभाव को सदैव श्रद्धापूर्वक स्मरण किया जाएगा। उनकी वीरता और निर्भीकता की गाथा विकसित भारत के निर्माण के लिए भी एक बड़ी प्रेरणाशक्ति है।”
सभी देशवासियों की ओर से भारत माता के कर्मठ सपूत श्यामजी कृष्ण वर्मा को उनकी जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। आजादी के आंदोलन में उनके साहस, समर्पण और सेवाभाव को सदैव श्रद्धापूर्वक स्मरण किया जाएगा। उनकी वीरता और निर्भीकता की गाथा विकसित भारत के निर्माण के लिए भी एक बड़ी…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 4, 2025
श्यामजी कृष्ण वर्मा: स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत
श्यामजी कृष्ण वर्मा का जन्म 4 अक्टूबर 1857 को गुजरात के मांडवी (कच्छ) में हुआ था। वे एक महान विद्वान, चिंतक और क्रांतिकारी थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने इंग्लैंड में रहकर इंडियन होम रूल सोसाइटी और इंडिया हाउस जैसी संस्थाओं की स्थापना की, जिसने अनेक युवा क्रांतिकारियों को प्रेरित किया।
उनका मानना था कि भारत की आजादी केवल राजनीतिक स्वतंत्रता तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण के साथ जुड़ी होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री का संदेश: नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दी गई श्रद्धांजलि केवल ऐतिहासिक स्मरण ही नहीं, बल्कि यह संदेश भी है कि आज के भारत को विकसित और आत्मनिर्भर बनाने के लिए वर्मा जैसे महापुरुषों के आदर्शों से प्रेरणा लेनी होगी।
मोदी ने कहा कि श्यामजी कृष्ण वर्मा की निडरता और दूरदृष्टि आज भी राष्ट्र निर्माण की राह दिखाती है।
सरकार की पहल
प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में श्यामजी कृष्ण वर्मा को विशेष रूप से सम्मानित किया गया है। 2003 में उनके अस्थि-अवशेषों को स्विट्जरलैंड से भारत लाया गया था और गुजरात के मांडवी में श्यामजी कृष्ण वर्मा स्मारक का निर्माण किया गया। आज यह स्मारक देशभक्ति की प्रेरणा का प्रमुख केंद्र है।
श्यामजी कृष्ण वर्मा की जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी का यह श्रद्धांजलि संदेश स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों को याद करने और उन्हें नई पीढ़ी तक पहुँचाने का प्रयास है। यह अवसर हमें यह सोचने पर भी मजबूर करता है कि राष्ट्रहित में निस्वार्थ समर्पण ही सच्ची देशभक्ति है।
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