समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को पंजाब के बाढ़ प्रभावित जिलों गुरदासपुर और हिमाचल प्रदेश के चंबा, मंडी और कुल्लू का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके अलावा प्रधानमंत्री कांगाड़ा में अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करेंगे। पंजाब भाजपा महासचिव अनिल सरीन के अनुसार पीएम बाढ़ प्रभावित परिवारों से मिलकर उनकी समस्याओं को समझेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के बारिश से तबाह हुए इलाकों का भी हवाई सर्वेक्षण करेंगे। हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण हरियाणा में यमुना, मारकंडा, बेगना, सोम और राक्षी नदियों का जलस्तर कम हुआ है, लेकिन जीटी बेल्ट में टांगरी और घग्गर नदी रविवार को भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। नदियों का पानी घटने के बाद गांवों में बर्बादी के निशान और भूमि कटाव स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं।
हरियाणा में आपदाग्रस्त स्थिति
रविवार को पलवल में यमुना नदी के तेज बहाव के कारण मोहना-बाघपुर मुख्य मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। सेना की आर्टिलरी फोर्स की 15 जवानों की टुकड़ी ने पूरे मार्ग का निरीक्षण किया। सिरसा के गांव पनिहारी में तटबंध और हिसार, बहादुरगढ़ व सोनीपत में कई ड्रेनें टूट गईं। इनसे हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गई।
आपदाग्रस्त स्थिति के चलते उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की 32वीं बैठक स्थगित कर दी गई है। बैठक 11 सितंबर को फरीदाबाद के सूरजकुंड में होनी थी, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को करनी थी। बैठक में हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, चंडीगढ़, लद्दाख और दिल्ली के प्रतिनिधि भाग लेते। अब तक 4887 गांव प्रभावित हुए हैं और 2 लाख 37 हजार किसानों ने नुकसान का ब्योरा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज कराया है।
मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य के कई जिलों में अब तक 1,76,980.05 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। बाढ़ के कारण अब तक 48 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि जिला पठानकोट से तीन व्यक्ति लापता हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान की बैठक और राहत कार्य
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को फोर्टिस अस्पताल से मुख्य सचिव केएपी सिन्हा, डीजीपी गौरव यादव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए भोजन और चिकित्सा सहायता तुरंत पहुंचाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से कहा कि जो लोग बाढ़ के पानी के कारण मुख्य धारा से कटे हुए हैं, उनके तक जरूरी सामान और मदद पहुंचाई जाए। मुख्य सचिव केएपी सिन्हा ने बताया कि मुख्यमंत्री का पूरा ध्यान हाल ही में आए बाढ़ व भारी बारिश से प्रभावित हजारों परिवारों पर केंद्रित है। पंजाब सरकार बाढ़ पीड़ितों को हर संभव सहायता देने और टूटे घरों को फिर से बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
वहीं आप के वरिष्ठ नेता अनुराग ढांडा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि पंजाब में भयानक बाढ़ है, लेकिन राहुल गांधी मलेशिया में हैं और मोदी जी ने देश में रहते हुए भी पंजाब की बाढ़ पर कोई शब्द नहीं कहा। उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार की मदद नहीं मिली और पंजाब का 60 हजार करोड़ रुपये बकाया है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों की गति बढ़ाने और प्रभावित लोगों की समस्याओं को प्राथमिकता देने की आवश्यकता बढ़ गई है। प्रधानमंत्री के हवाई सर्वेक्षण और स्थानीय प्रशासन की सक्रियता इस आपदा प्रबंधन में महत्वपूर्ण साबित होगी।
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