देश के इस हौनहार को प्रधानमंत्री मोदी का सलाम

समग्र समाचार सेवा
इंदौर, 24 जनवरी।  राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के विजेताओं से चर्चा के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये देश के हौनहार बच्चों से बात की। इसमें सबसे पहले उन्होंने बेहद हौनहार इंदौर के अवि शर्मा से चर्चा की। अवि देशभर के विद्यार्थियों को वैदिक गणित पढ़ाते हैं। रामायण भी अवि ने बाल लिखी है। इसमें संपूर्ण रामायण से कुछ खास बातों को लिया गया है। इसमें हिंदी के 250 छंदों को शामिल किया गया है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के सभी विजेताओं को एक -एक लाख रुपए की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया।

अवि से काफी देर होती रही बात

अवि से रामायण को लेकर प्रधानमंत्री ने काफी देर बातचीत की। प्रधानमंत्री ने अवि से पूछा कि आपने तो बाल रामायण भी लिखी है और बच्चों को भी पढ़ाते होव्यख्यान भी करते हैंतो क्या अभी भी आपमें बचपन बचा है या यह खत्म हो गया। तो अवि ने कहा कि पौराणिक कथाएं देख-सुनकर मुझे प्रेरणा मिलती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसकी प्रेरणा आपको कहां से मिली। इसका श्रेय भी अवि ने प्रधानमंत्री को दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान 2020 में देशभर में लगे लाकडाउन के दौरान रामायण का री-टेलिकास्ट हुआ थाउसी से मुझे प्रेरणा मिलती है।

मप्र की माटी से निकलते हैं ‘कोहिनूर’

अवि से चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले मप्र की माटी में ही कुछ खास बात है जो यहां से इतने कोहिनूर निकलते हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री बोले करीब 50 साल पहले की बात है जब उमा भारती बच्ची थी और कथा सुनाया करती थी। तब वह एक बार गुजरात में आई थी और मैं भी उनकी कथा सुनने के लिए गया था। तब मैं उनसे बहुत प्रभावित किया था। उन्होंने कहा कि मंच पर उन्‍हें देखकर मुझे लगा कि मध्‍य प्रदेश की जमीन में ही कुछ ऐसा है कि ऐसे-ऐसे लोग तैयार हो जाते हैं। अवि ने इस दौरान बाल रामायण के कुछ चौपाई भी प्रधानमंत्री को सुनाई

Comments are closed.