प्रधानमंत्री मोदी ने गांधीनगर में शहरी विकास वर्ष 2005 की 20वीं वर्षगांठ पर बड़े प्रोजेक्ट्स का किया उद्घाटन

गांधीनगर, 3 जून: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में शहरी विकास वर्ष 2005 के 20 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह में शामिल हुए। इस खास मौके पर उन्होंने शहरी विकास, स्वास्थ्य और जल आपूर्ति से जुड़ी कई अहम परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

शहरी विकास वर्ष 2005: 20 साल की कामयाबी

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान 2005 में गुजरात में ‘शहरी विकास वर्ष’ की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य था बेहतर योजनाबद्ध ढांचे के माध्यम से शहरी जीवन स्तर को सुधारना और गुजरात के शहरी परिदृश्य का कायाकल्प करना। आज इस पहल को 20 साल पूरे होने पर एक भव्य समारोह आयोजित किया गया, जिसमें राज्य के कई बड़े प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण हुआ।

महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास

इस मौके पर प्रधानमंत्री ने शहरी विकास विभाग, सड़क एवं भवन विभाग, जल संसाधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग और राजस्व विभाग के लिए कुल 5536 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें शहरी विकास विभाग के अंतर्गत जामनगर, सूरत, अहमदाबाद, गांधीनगर और जूनागढ़ के विभिन्न प्रोजेक्ट्स शामिल थे, जिनकी कुल लागत 1447 करोड़ रुपये है। इसके अलावा अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट के फेज-3 का 1000 करोड़ रुपये की लागत से शिलान्यास भी किया गया।

प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 22,000 से अधिक आवासीय इकाइयों का लोकार्पण किया, जिनकी कुल लागत 1006 करोड़ रुपये है। साथ ही स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना के अंतर्गत गुजरात के शहरी निकायों को 3300 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई। सड़क और भवन विभाग के 170 करोड़ रुपये और जल संसाधन विभाग के 1860 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का भी उद्घाटन इस अवसर पर किया गया। गांधीनगर में यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर का भी उद्घाटन हुआ, जबकि अहमदाबाद में 588 करोड़ रुपये की लागत से 1800 बेड वाला नया अस्पताल शिलान्यासित किया गया, जिसमें संक्रामक रोगों के लिए 500 बेड की विशेष व्यवस्था होगी।

सूरत में पर्यावरण के अनुकूल परियोजनाओं का उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी ने सूरत महानगर पालिका की चार जनकल्याणकारी परियोजनाओं का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया। इन परियोजनाओं में 145 करोड़ रुपये की लागत से विकसित ‘वाइल्ड वैली बायोडाइवर्सिटी पार्क’ प्रमुख है, जो सूरत को पर्यावरण-प्रेमी शहर के रूप में स्थापित करेगा। इसके साथ ही सूरत में नए स्कूल, ड्रेनेज लाइन और अस्पताल प्रबंधन प्रणाली की शुरुआत भी हुई है। मोदी ने कहा कि सूरत अब केवल एक औद्योगिक शहर नहीं बल्कि एक ईको-फ्रेंडली शहर के रूप में उभर रहा है।

नई योजनाओं और कार्यक्रमों का शुभारंभ

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने गांधीनगर से शहरी विकास वर्ष 2025, गुजरात की नई शहरी विकास योजना और राज्य स्वच्छ वायु कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। समारोह में राज्यपाल आचार्य देवव्रत, केंद्रीय शहरी आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल, मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल समेत अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि गुजरात में शहरी विकास वर्ष की शुरूआत से लेकर आज तक, योजनाबद्ध प्रयासों से शहरों का रूप बदला है और भविष्य में भी ये प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने सभी परियोजनाओं का उद्देश्य बेहतर जीवन गुणवत्ता, बुनियादी ढांचे का सुधार और समग्र विकास बताया।

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