प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘विकसित भारत’ की यात्रा में महिला शक्ति की भूमिका को बताया परिवर्तनकारी

नई दिल्ली, 8 जून 2025 — प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत की दिशा में महिला शक्ति की भूमिका को ऐतिहासिक और प्रेरणास्पद बताया है। उन्होंने कहा कि बीते 11 वर्षों में केंद्र सरकार ने ‘महिला-नेतृत्व वाले विकास’ के मंत्र को व्यवहार में उतारकर समाज में व्यापक परिवर्तन लाया है।

प्रधानमंत्री ने एक श्रृंखला में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर अपने विचार साझा करते हुए लिखा, “हमारी माताओं-बहनों और बेटियों ने वो दौर भी देखा है, जब उन्हें कदम-कदम पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। लेकिन आज वे ना सिर्फ विकसित भारत के संकल्प में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभा रही हैं, बल्कि शिक्षा और व्यवसाय से लेकर हर क्षेत्र में मिसाल कायम कर रही हैं। बीते 11 वर्षों में हमारी नारीशक्ति की सफलताएं देशवासियों को गौरवान्वित करने वाली हैं।”

श्री मोदी ने सरकार की प्रमुख योजनाओं का उल्लेख करते हुए बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से महिलाओं को गरिमा का जीवन मिला, जन धन योजना से वित्तीय समावेशन सुनिश्चित हुआ और ग्राम स्तर पर सशक्तिकरण के लिए अनेक कदम उठाए गए।

उन्होंने उज्ज्वला योजना को मील का पत्थर बताते हुए कहा कि इसने लाखों घरों में धुएं से मुक्ति दिलाकर रसोईघरों को सुरक्षित बनाया है। मुद्रा योजना के अंतर्गत लाखों महिलाओं को स्वरोजगार की ओर बढ़ने का अवसर मिला, जिससे वे आत्मनिर्भर बन पाईं। प्रधानमंत्री आवास योजना में महिलाओं के नाम पर घर आवंटित करने से उन्हें सुरक्षा और स्वामित्व की भावना प्राप्त हुई है।

प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को याद करते हुए कहा कि यह केवल एक योजना नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय आंदोलन बन गया है, जिसने समाज की सोच बदलने में अहम भूमिका निभाई।

उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि आज विज्ञान, शिक्षा, खेल, स्टार्टअप्स और सशस्त्र बलों जैसे क्षेत्रों में महिलाएं उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं और नई पीढ़ी को प्रेरित कर रही हैं।

प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, यह उपलब्धियां केवल आंकड़े नहीं हैं, बल्कि भारत के सामाजिक ताने-बाने में आए गहरे सकारात्मक बदलाव का संकेत हैं। उनका मानना है कि जब नारी शक्ति को अवसर मिलता है, तो वह न केवल स्वयं का जीवन बदलती है, बल्कि पूरे देश की दिशा और दशा को नई ऊंचाइयों तक ले जाती है।

निष्कर्षतः, प्रधानमंत्री का यह संदेश न केवल सरकार की महिला-केंद्रित नीतियों का सार है, बल्कि यह आने वाले वर्षों के लिए एक स्पष्ट संकेत भी है कि ‘विकसित भारत’ का सपना तभी साकार होगा जब महिलाएं आगे बढ़ेंगी, सशक्त होंगी और नेतृत्व करेंगी।

Comments are closed.