समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 28जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 25वें मन की बात 2.0 के मद्देनजर केंद्रीय आईएएस एसोसिएशन ने गुरुप्रसाद महापात्र (आईएएस एवं पूर्व सचिव, भारत सरकार) के योगदान को मान्यता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया . महापात्र जो खुद को अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद कोविड संकटों से निपटने के लिए लगातार काम कर रहे थे ।
पीएम मोदी ने आकाशवाणी से अपने मन की बात रेडियो प्रसारण में कहा, गुरुप्रसाद जी को कोरोना का पता चला, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर भी वह अपने आधिकारिक कर्तव्य का निर्वहन कर रहे थे । उन्होंने देश की ऑक्सीजन उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाने और दूर दराज के क्षेत्रों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए दिन-रात मेहनत की । एक तरफ कोर्ट के मामलों पर मीडिया का दबाव को झेलते हुए वह एक साथ कई मोर्चों पर लड़ते रहे और अपनी बीमारी के दौरान काम करना बंद नहीं किया। यह हम सभी के लिए दुखद है और देश ने कर्मयोगी खो दिया है। महापात्रा के मना करने के बावजुद ऑक्सीजन समस्या पर वीडियो कॉन्फ्रेंस में शामिल होने पर जोर दिया करते थे। अपने देशवासियों के लिए इस तरह की चिंता थी । वह खुद अस्पताल के बेड पर होने की परवाह किए बिना देश के लोगों तक ऑक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था करते रहे। यह हम सभी के लिए दुखद है कि देश ने भी इस कर्मयोगी को खो दिया है; कोरोना ने उसे हमसे छीन लिया है । ऐसे अनगिनत लोग हैं, जिनकी चर्चा कभी नहीं हुई। ऐसे हर व्यक्ति के प्रति हमारी श्रद्धांजलि यह होगी कि हम कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करें, हमारे टीकाकरण किया जाए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुरुप्रसाद महापात्र को दी गई श्रद्धांजलि ने देश भर में जनसेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित सभी लोक सेवकों के बीच प्रेरणा और प्रबलित प्रतिबद्धता की भावना पैदा की है ।
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