पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क आज साबित करेंगे संसद में बहुमत, राष्ट्रपति चुनाव में हार के बाद बढ़ा सियासी दबाव
समग्र समाचार सेवा,
वारसॉ, पोलैंड, 11 जून: पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क बुधवार को संसद में बहुमत साबित करने की चुनौती का सामना करेंगे। हाल ही में हुए राष्ट्रपति चुनाव में टस्क समर्थक उम्मीदवार की हार के बाद उनकी राजनीतिक स्थिति कमजोर हुई है। अब टस्क को संसद में विश्वास मत हासिल कर अपनी सरकार की स्थिरता का भरोसा देना होगा।
क्या है मामला?
प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने खुद ही विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया है। इसका उद्देश्य है अपनी सरकार के प्रति संसद का समर्थन प्राप्त करना और विपक्षी दलों द्वारा उठाए जा रहे संदेहों को दूर करना।
हाल ही में टस्क को तब बड़ा झटका लगा जब 1 जून 2025 को वारसॉ के मेयर और उनके करीबी सहयोगी रफाल ट्राजोस्कोवस्की को राष्ट्रपति चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। ट्राजोस्कोवस्की को डोनाल्ड ट्रंप समर्थित दक्षिणपंथी उम्मीदवार करोल नवरोकी ने हराया।
राष्ट्रपति चुनाव में हार: टस्क की लोकप्रियता पर सवाल
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ट्राजोस्कोवस्की की हार को केवल उनकी व्यक्तिगत हार नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री टस्क की नीतियों पर जनादेश के रूप में देखा जा रहा है। इससे टस्क की लोकप्रियता पर सवाल उठे हैं और संसद में उनके बहुमत को लेकर अटकलें तेज हुई हैं।
नवरोकी की जीत ने टस्क की यूरोपीय संघ समर्थक नीतियों को भी चुनौती दी है। पोलैंड के राष्ट्रपति के पास वीटो अधिकार और विदेश नीति में हस्तक्षेप की शक्ति होती है, जिससे नवरोकी की जीत टस्क की योजनाओं के लिए बाधा बन सकती है।
राजनीतिक स्थिरता की परीक्षा
पोलैंड में अगला संसदीय चुनाव वर्ष 2027 में होना है, लेकिन मौजूदा घटनाक्रम ने सत्तारूढ़ दल की स्थिरता पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। डोनाल्ड टस्क को अब अपनी पार्टी के साथ-साथ छोटे गठबंधन दलों का समर्थन बनाए रखने की बड़ी चुनौती है।
विश्वास मत में जीत हासिल करना टस्क के लिए राजनीतिक मजबूती का संकेत होगा, जबकि हार सरकार को अस्थिरता के मार्ग पर धकेल सकती है।
नजरें संसद पर
आज पोलैंड की संसद में बहुमत परीक्षण पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। यूरोपीय राजनीति में पोलैंड की भूमिका महत्वपूर्ण है और डोनाल्ड टस्क जैसे यूरोपीय समर्थक नेता की स्थिति इस क्षेत्रीय संतुलन को प्रभावित कर सकती है।
प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के लिए आज का दिन राजनीतिक भविष्य तय करने वाला साबित हो सकता है। राष्ट्रपति चुनाव की हार से उत्पन्न दबाव और संसद में बहुमत साबित करने की चुनौती ने उन्हें राजनीतिक मोड़ पर खड़ा कर दिया है। यदि वे विश्वास मत जीतने में सफल होते हैं, तो यह उनकी रणनीतिक वापसी का संकेत होगा। लेकिन हार से सरकार की स्थिरता और टस्क के नेतृत्व पर गंभीर प्रश्न खड़े हो सकते हैं।
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