प्रधानमंत्री ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से लौटने के बाद राष्ट्रपति मुर्मू के पत्र का दिया जवाब, कहा- ‘प्रभु श्रीराम के जीवन से ही…’

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राम मंदिर को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तरफ से लिखे पत्र का जवाब दिया और कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ का मंत्र भगवान राम से प्रेरित है. उन्होंने लिखा, ‘इस मंत्र का परिणाम आज हर जगह दिख रहा है. पिछले दशक में देश 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर लाने में सफल रहा है.’

उन्होंने कहा, ‘भगवान राम ने सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास की प्रेरणा दी है.’ राष्ट्रपति मुर्मू ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर के उद्घाटन की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2 पेज का खत लिखा था और इस कार्यक्रम के आसपास देशव्यापी जश्न के माहौल को ‘भारत की शाश्वत आत्मा की निर्बाध अभिव्यक्ति’ कहा था.

प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से किए गए 11 दिवसीय कठोर ‘अनुष्ठान’ का उल्लेख करते हुए मुर्मू ने कहा कि यह न केवल एक पवित्र अनुष्ठान है, बल्कि भगवान राम के प्रति त्याग और समर्पण का एक सर्वोच्च आध्यात्मिक कार्य भी है. राष्ट्रपति ने हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अयोध्या धाम में प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देश भर में जश्न का माहौल भारत की शाश्वत आत्मा की एक निर्बाध अभिव्यक्ति है.

उन्होंने कहा, ‘हम सभी भाग्यशाली हैं कि हम अपने राष्ट्र के पुनरुत्थान में एक नए चक्र की शुरुआत देख रहे हैं.’ राष्ट्रपति ने कहा कि भगवान राम के साहस, करुणा और कर्तव्य पर निरंतर ध्यान जैसे सार्वभौमिक मूल्यों को इस भव्य मंदिर के माध्यम से लोगों के और करीब लाया जाएगा.

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