एयर इंडिया का निजीकरण: 18,000 करोड़ रुपये में बिका एयर इंडिया, टाटा समूह ने जीती बोली

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 8 अक्टूबर। टाटा समूह ने एयरलाइन एयर इंडिया के लिए बोली जीती है। टाटा ने अजय सिंह की 15,100 करोड़ रुपये की बोली को पछाड़कर एयर इंडिया को 18,000 करोड़ रुपये में खरीदने की बोली जीती।

राष्ट्रीय वाहक के रूप में उड़ान भरने के बाद एयर इंडिया टाटा समूह में वापस आ जाएगी, निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम), सचिव, तुहिन कांता पांडे ने आज घोषणा की।

68 साल बाद एयर इंडिया की यह घर वापसी है क्योंकि अब टाटा समूह एयर इंडिया का नया मालिक होगा।

एयर इंडिया को बेचने की प्रक्रिया जनवरी 2020 में ही शुरू हो गई थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसमें लगातार देरी हो रही थी। अप्रैल 2021 में सरकार ने एक बार फिर योग्य कंपनियों को बोली लगाने के लिए कहा। 15 सितंबर बोली लगाने का आखिरी दिन था। साल 2020 में भी टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया के अधिग्रहण को लेकर लेटर ऑफ इंटरेस्ट दिया था। दरअसल, सरकार ने 2017 से ही एयर इंडिया की नीलामी के प्रयास शुरू कर दिए थे, लेकिन तब कंपनियों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई।

इसके बाद सरकार ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओएल) के नियमों में ढील दी, जिसके बाद कुछ कंपनियों ने कर्ज में डूबी एयर इंडिया को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई। नए नियमों के तहत ऋण के प्रावधानों में ढील दी गई ताकि स्वामित्व वाली कंपनी को पूरा कर्ज न उठाना पड़े।

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