प्रियंका गांधी शपथ: राहुल गांधी बने फोटोग्राफर, बहन की तस्वीरें खींचकर दिखाया खास रिश्ता

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,28 नवम्बर।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में हिस्सा लिया, लेकिन इस मौके पर जो नजारा देखने को मिला, उसने राजनीतिक माहौल में एक भावनात्मक छवि जोड़ दी। प्रियंका गांधी के साथ उनके भाई राहुल गांधी का एक अनोखा और प्यारा अंदाज देखने को मिला। कार्यक्रम के दौरान, राहुल ने अपनी बहन प्रियंका की तस्वीरें खींचकर सभी का ध्यान खींचा।

कैसा था पूरा वाकया?

शपथ ग्रहण समारोह के दौरान, जब प्रियंका सीढ़ियों पर खड़ी थीं, राहुल गांधी ने अचानक अपना फोटोग्राफर मोड ऑन कर लिया। उन्होंने अपनी बहन को सीढ़ियों पर रुकने को कहा और अपने फोन से उनकी कई तस्वीरें लीं। प्रियंका ने भी मुस्कुराते हुए भाई का साथ दिया और तस्वीरें खिंचवाईं। यह पल न केवल भाई-बहन के मजबूत रिश्ते को दर्शा रहा था, बल्कि एक ऐसा दृश्य था जो सोशल मीडिया और जनता के दिलों में तुरंत छा गया।

सोशल मीडिया पर चर्चा

इस भावनात्मक पल की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए। कई यूजर्स ने इसे भाई-बहन के प्यार और समर्थन का प्रतीक बताया। कांग्रेस समर्थकों ने भी इस पल को पार्टी की “फैमिली बॉन्डिंग” और “संवेदनशीलता” का उदाहरण बताया।

राहुल-प्रियंका का रिश्ता: राजनीति से परे एक खास जुड़ाव

राहुल और प्रियंका गांधी का रिश्ता हमेशा से एक खास जुड़ाव को दर्शाता है। वे न केवल राजनीतिक सहकर्मी हैं, बल्कि एक-दूसरे के लिए मजबूत सहारा भी हैं। राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी प्रियंका ने उनका साथ दिया और कई मौकों पर उनकी तारीफ की। वहीं, प्रियंका के चुनाव प्रचार में भी राहुल हमेशा उनके समर्थन में खड़े नजर आते हैं।

राजनीति से अलग एक हल्का पल

राजनीतिक गलियारों में गंभीर मुद्दों और तनाव के बीच, यह घटना एक हल्के और प्यारे पल के रूप में उभरी। भाई-बहन की इस केमिस्ट्री ने न केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मन मोहा, बल्कि आम जनता को भी यह संदेश दिया कि परिवार का साथ हर मुश्किल में ताकत देता है।

निष्कर्ष

राहुल गांधी का प्रियंका की तस्वीरें खींचना एक साधारण लेकिन दिल को छू लेने वाला पल था। यह घटना दिखाती है कि राजनीति के बीच भी व्यक्तिगत रिश्ते कितने गहरे और खास हो सकते हैं। इस वाकये ने एक बार फिर से गांधी परिवार की भावनात्मक जुड़ाव को जनता के सामने ला दिया है, जो राजनीतिक मंचों से इतर उनके मानवीय पक्ष को उजागर करता है।

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