समग्र समाचार सेवा
पटना, 18मई। बिहार सरकार कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में कोई भी चुक नही करना चाहती है इसलिए सरकार दवाओं से लेकर कोरोना के खिलाफ प्रयोग किए जाने वाले सारे हथियार की उचित व्यवस्था पर लगातार काम कर रहे है। इसी क्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बताया कि कोरोना के विरुद्ध जंग में हर पहलुओं पर पैनी नजर रखी जा रही है। रेमडेसिविर इंजक्शन का उत्पादन 3 गुना अधिक बढ़ाया गया है। बिहार का कोटा 23 मई तक 2 लाख रेमडेसिविर इंजक्शन कर दिया गया है। जरूरत पड़ने पर इसे और भी बढ़ाया जा सकता है।
कोविड-19 को लेकर गठित मंत्रिमंडल समूह की बैठक में पटना से वर्चुअल माध्यम से अश्विनी चौबे शामिल हुए। उन्होंने अधिकारियों से बिहार की स्थिति, आक्सीजन, दवाइयां, इंजेक्शन एवं चिकित्सीय उपकरणों आदि की जानकारी प्राप्त की। बैठक में कोरोना की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की गई। वहीं श्री चौबे ने कोरोना टीका को लेकर गठित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह की बैठक में भी शामिल हुए। इसमें टीकाकरण को लेकर उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की गई।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केंद्र व राज्य बेहतर समन्वय स्थापित कर जनता की मदद में जुटे हुए हैं। इसका सकारात्मक परिणाम भी दिख रहा है। कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है। पहले की तुलना में कोविड से संक्रमित मरीजों की संख्या भी कम होने लगी है। प्रतिदिन आक्सीजन की आपूर्ति, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड, दवाइयां एवं इंजेक्शन आदि की समीक्षा की जा रही है।
इसके साथ ही श्री चौबे ने कहा कि डीआरडीओ एवं डीआरएल द्वारा तैयार 2 डीजी ड्रग के रिसर्च एवं डेवलपमेंट में जुड़े सभी वैज्ञानिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि 2डीजी ..आशा और उम्मीद की एक नई किरण है। यह ड्रग कोविड में प्रभावकारी साबित होगा।
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