पुरुषोत्तम रूपाला ने ‘आधारभूत पशुपालन सांख्यिकी 2022’ जारी किया

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,15 मार्च।केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री, पुरुषोत्तम रूपाला ने 15 मार्च, 2023 को पशुपालन और मत्स्यपालन विभाग का वार्षिक प्रकाशन ‘आधारभूत पशुपालन सांख्यिकी 2022’ का अनावरण मंत्रालय के दोनों राज्य मंत्रियों, मंत्रालय के सचिव (एएचडी) और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया। मंत्री ने पशुपालन सांख्यिकी प्रभाग को इस प्रकाशन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक पशुधन के क्षेत्र में एक परंपरा और सूचना का महत्वपूर्ण स्रोत बन चुकी है।

यह प्रकाशन महत्वपूर्ण पशुधन आंकड़ों जैसे पशुधन आबादी, पशुधन उत्पादन, पशु रोग, अवसंरचना आदि जानकारियों के संदर्भ में पशुपालन क्षेत्र का एक संक्षिप्त अवलोकन प्रदान करता है। यह वर्ष 2021-22 के लिए चार प्रमुख पशुधन उत्पादों (एमएलपी) दूध, अंडा, मांस और ऊन के उत्पादन अनुमानों और एकीकृत नमूना सर्वेक्षण (आईएसएस) के अन्य तकनीकी पहलुओं के आंकड़ों का प्राथमिक स्रोत है।

उत्पादन अनुमानों के अलावा, इसमें अतरिक्त जानकारी वाले आंकडे भी शामिल हैं जैसे नवीनतम 20वीं पशुधन गणना के अनुसार पशुधन की आबादी, पशुधन एवं पशुधन उत्पादों का आयात और निर्यात डेटा, पशुधन रोग के मामले, अवसंरचना और पशुधन क्षेत्र का आर्थिक योगदान आदि। इस प्रकाशन में दी गई जानकारी दुनिया के सभी हितधारकों के लिए योजना एवं नीति निर्माण करने के साथ-साथ अनुसंधान और शिक्षाविदों के लिए भी उपयोगी साबित होगी।

“आधारभूत पशुपालन सांख्यिकी 2022” की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
i. वर्ष 2021-22 के दौरान देश में दूध का कुल उत्पादन 221.06 मिलियन टन रहा।

ii. वर्ष 2021-22 के दौरान दूध उत्पादन में 5.29% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई।

iii. देश में शीर्ष पांच प्रमुख दूध उत्पादक राज्य राजस्थान (15.05%), उत्तर प्रदेश (14.93%), मध्य प्रदेश (8.06%), गुजरात (7.56%) और आंध्र प्रदेश (6.97%) रहे।

iv. वर्ष 2021-22 के दौरान देश में कुल अंडे का उत्पादन 129.60 बिलियन रहा, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में 6.19% की बढ़ोत्तरी हुई।

v. कुल पांच प्रमुख अंडा उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश (20.41%), तमिलनाडु (16.08%), तेलंगाना (12.86%), पश्चिम बंगाल (8.84%) और कर्नाटक (6.38%) रहे।

vi. वर्ष 2021-22 के दौरान देश में कुल मांस उत्पादन 9.29 मिलियन टन रहा, जिसमें 5.62% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई।

vii. पांच प्रमुख मांस उत्पादक राज्य महाराष्ट्र (12.25%), उत्तर प्रदेश (12.14%), पश्चिम बंगाल (11.63%), आंध्र प्रदेश (11.04%), और तेलंगाना (10.82%) रहे।

viii. वर्ष 2021-22 के दौरान देश में कुल ऊन का उत्पादन 33.13 हजार टन रहा, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में 10.30% की गिरावट दर्ज की गई।

ix. शीर्ष पांच प्रमुख ऊन उत्पादक राज्य राजस्थान (45.91%), जम्मू और कश्मीर (23.19%), गुजरात (6.12%), महाराष्ट्र (4.78%) और हिमाचल प्रदेश (4.33%) रहे।

x. वर्ष 2021-22 के दौरान दूध की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 444 ग्राम/दिन रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 17 ग्राम/दिन ज्यादा है।

xi. वर्ष 2021-22 के दौरान अंडे की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 95/वर्ष रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5/वर्ष ज्यादा है।

xii. वर्ष 2021-22 के दौरान मांस की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 6.82 किलोग्राम/वर्ष रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 0.30 किलोग्राम/वर्ष ज्यादा है।

xiii. वर्ष 2014-15 और वर्ष 2020-21 के दौरान, इस क्षेत्र का मूल्य वर्धन 7.93% की चक्रवृद्धि वार्षिक विकास दर से हुआ।

xiv. वर्ष 2020-21 के दौरान कृषि क्षेत्र में स्थिर कीमतों पर पशुधन का हिस्सा 30.13% और कुल जीवीए 4.9% रहा।

इस अवसर पर माननीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला; माननीय राज्य मंत्री (एफएएचडी) डॉ. संजीव कुमार बालियान; माननीय राज्य मंत्री (एफएएचडी) डॉ. एल मुरुगन; सचिव (एएचडी) राजेश कुमार सिंह; अतिरिक्त सचिव (एएचडी) वर्षा जोशी; अपर सचिव और वित्त सलाहकार (एफएएचडी) संजीव कुमार; सलाहकार (सांख्यिकी) सुमेध नागरारे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित हुए।

Comments are closed.