राहुल गांधी ने कोलंबिया में भारतीय ऑटो कंपनियों की सराहना की: “इनमें जीत इनोवेशन से होती है, क्रोनीजम से नहीं”
समग्र समाचार सेवा
कोलंबिया, 3 अक्टूबर: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी वर्तमान में कोलंबिया के दौरे पर हैं। शुक्रवार को उन्होंने भारतीय दोपहिया वाहन निर्माता कंपनियों बजाज, हीरो और टीवीएस की कोलंबिया में सफलता की जमकर तारीफ की और कहा कि भारतीय कंपनियां इनोवेशन और मेहनत से वैश्विक स्तर पर जीतती हैं, न कि क्रोनीजम या राजनीतिक प्रथाओं के जरिए।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा, “भारत की कंपनियां अपनी तकनीक, गुणवत्ता और नवाचार के दम पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपना स्थान बना रही हैं। बजाज, हीरो और टीवीएस जैसी कंपनियों ने यह साबित किया है कि मेहनत और इनोवेशन ही सफलता की असली कुंजी हैं। अगर कोई भारत में केवल संबंधों या क्रोनीजम के जरिए सफलता चाहता है, तो उसे यह समझना होगा कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में केवल गुणवत्ता और नवाचार ही काम आती है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत की युवा पीढ़ी अब सिर्फ अवसर नहीं, बल्कि प्रतिस्पर्धा और तकनीकी कौशल के जरिए दुनिया में अपना नाम बना रही है। राहुल गांधी ने कहा, “भारतीय कंपनियां आज सिर्फ घरेलू बाजार तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं। यही हमारे देश की असली ताकत है।”
राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री वैश्विक बाजार में तेजी से बढ़ रही है। बजाज और टीवीएस जैसे दोपहिया निर्माता अपनी गुणवत्ता, डिजाइन और तकनीकी नवाचार के कारण कोलंबिया और लैटिन अमेरिका के अन्य देशों में लोकप्रिय हैं। राहुल गांधी ने स्थानीय और भारतीय निवेशकों को भी संबोधित करते हुए कहा कि निवेश और इनोवेशन से ही रोजगार, विकास और आर्थिक समृद्धि सुनिश्चित की जा सकती है।
इसके अलावा, राहुल गांधी ने यह भी बताया कि उनकी पार्टी का दृष्टिकोण हमेशा नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने का रहा है। उन्होंने कहा कि केवल राजनीतिक समर्थन या रसूख से व्यवसाय सफल नहीं होता, बल्कि मेहनत, अनुसंधान और ग्राहकों की आवश्यकताओं को समझना सफलता की दिशा तय करता है।
इस अवसर पर राहुल गांधी ने कोलंबिया में भारतीय कंपनियों के उत्पादों का निरीक्षण भी किया और स्थानीय मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत की औद्योगिक ताकत युवाओं के प्रयासों और नवाचार में निहित है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा में टिके रहने के लिए निरंतर सुधार और तकनीकी उन्नति आवश्यक है।
राहुल गांधी के इस दौरे और उनके सकारात्मक संदेश से भारतीय कंपनियों और निवेशकों में आत्मविश्वास बढ़ा है। उनके विचार इस बात पर जोर देते हैं कि भारत की आर्थिक सफलता केवल नीति और राजनीतिक रसूख से नहीं, बल्कि नवाचार और मेहनत से ही संभव है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.