समग्र समाचार सेवा
औरंगाबाद, 18 अगस्त: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दूसरे दिन की शुरुआत बिहार के औरंगाबाद जिले के देव स्थित प्रसिद्ध भगवान भास्कर सूर्य मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ की। इस दौरान उनके साथ बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन (इंडिया ब्लॉक) के कई अन्य नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस की बिहार इकाई ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स (X) पर राहुल गांधी की पूजा-अर्चना की तस्वीर साझा करते हुए लिखा – “औरंगाबाद के देव में ऊर्जा एवं शक्ति के अनंत स्रोत भगवान भास्कर के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने पूजा-अर्चना कर देश में सुख-शांति और समृद्धि की कामना की।”
ॐ सूर्याय नमः 🙏
📍 देवकुंड सूर्य मंदिर, औरंगाबाद pic.twitter.com/D96Hs0fkXU
— Congress (@INCIndia) August 18, 2025
यात्रा का दूसरा दिन
राहुल गांधी ने सूर्य मंदिर से अपनी यात्रा शुरू की और इसके बाद गुरारू बागड़िहा मोड़ से होते हुए गया की ओर बढ़े। आज शाम वे गेवाल बिगहा के खलीस पार्क के पास एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे और दिन का समापन रसलपुर में रात्रि विश्राम के साथ होगा।
इससे पहले, यात्रा के पहले दिन राहुल गांधी ने लगभग 60 किलोमीटर का सफर तय किया था।
16 दिन की लंबी यात्रा
राहुल गांधी ने 17 अगस्त से सासाराम से इस यात्रा की शुरुआत की। यह अभियान कुल 16 दिन तक चलेगा और लगभग 20 जिलों से होते हुए 1,300 किलोमीटर का सफर तय करेगा। यात्रा का समापन 1 सितंबर को पटना में एक बड़ी रैली के साथ होगा।
कांग्रेस का कहना है कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य देश के नागरिकों को उनके मताधिकार (Right to Vote) के महत्व के प्रति जागरूक करना है। राहुल गांधी का कहना है कि लोकतंत्र की नींव तभी मजबूत होगी, जब हर नागरिक को अपने वोट का अधिकार और उसका सम्मान सुनिश्चित हो।
तेजस्वी यादव और इंडिया ब्लॉक के नेता साथ
इस यात्रा में राहुल गांधी के साथ राजद नेता तेजस्वी यादव, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी और अन्य सहयोगी दलों के नेता शामिल हैं। महागठबंधन इस यात्रा को भाजपा और एनडीए की नीतियों के खिलाफ एक राजनीतिक संदेश के रूप में भी देख रहा है।
देव सूर्य मंदिर की विशेषता
औरंगाबाद का देव सूर्य मंदिर विश्व प्रसिद्ध है और इसे “भारत का एकमात्र पश्चिमाभिमुख सूर्य मंदिर” माना जाता है। परंपरा के अनुसार, यहां पूजा-अर्चना से ऊर्जा, शक्ति और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की उपस्थिति ने इस यात्रा को एक धार्मिक और राजनीतिक दोनों ही रंग दिए।
राहुल गांधी की यह यात्रा महज राजनीतिक अभियान नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों की सुरक्षा और जनजागरूकता का संदेश भी देती है। आने वाले दिनों में बिहार की सियासत में यह यात्रा किस तरह का असर डालेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
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