राहुल गाँधी के ‘Gen Z’ बयान पर बवाल: सोशल मीडिया पर उठे सवाल, नेपाल जैसी हिंसा कराने के आरोप

समग्र समाचार सेवा
पटना, 19 सितंबर: कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी के ताज़ा बयान ने एक नई राजनीतिक बहस को जन्म दे दिया है। गुरुवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा करना उनका काम नहीं है। इसके बाद शाम को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर पोस्ट कर लिखा कि देश के युवा, छात्र और Gen Z लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और वोट चोरी को रोकेंगे।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या बोले राहुल?

पत्रकारों के सवालों के जवाब में राहुल गाँधी ने कहा,
“सच कहूँ तो, मैं यहाँ जो कर रहा हूँ वह मेरा काम नहीं है। मेरा काम लोकतांत्रिक व्यवस्था में भाग लेना है, लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा करना नहीं। यह काम भारत की संस्थाओं का है, लेकिन वे ऐसा नहीं कर रही हैं, इसलिए मुझे यह करना पड़ रहा है।”

उन्होंने आगे दावा किया कि आने वाले 2-3 महीनों में वे यह साबित कर देंगे कि राज्य-दर-राज्य और लोकसभा-दर-लोकसभा स्तर पर वोटों की चोरी हुई है।

सोशल मीडिया पर उठे सवाल

प्रेस कॉन्फ्रेंस के तुरंत बाद राहुल गाँधी की पोस्ट ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। उन्होंने लिखा:
“देश के युवा, छात्र और Gen Z संविधान को बचाएँगे, लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और वोट चोरी को रोकेंगे। मैं उनके साथ खड़ा हूँ।”

इस बयान के बाद कई यूजर्स ने उन पर तीखा हमला बोला।

  • एक यूजर ने लिखा, “राहुल गाँधी देश में आग लगाना चाहते हैं और युवाओं को भड़का रहे हैं।”
  • दूसरे ने आरोप लगाया कि, “वे नेपाल जैसा दंगा भारत में कराना चाहते हैं।”
  • कई लोगों ने कहा कि राहुल गाँधी युवाओं को लोकतंत्र के खिलाफ भड़काकर नफरत और अशांति फैलाना चाहते हैं।

नेपाल का संदर्भ क्यों आया?

राहुल गाँधी के बयान में Gen Z शब्द का जिक्र इसलिए खास है क्योंकि हाल ही में नेपाल में इसी युवा पीढ़ी ने बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किए थे। इन प्रदर्शनों में सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे और जनाक्रोश इतना बढ़ गया कि प्रधानमंत्री, मंत्रियों और कई सांसदों को इस्तीफ़ा देना पड़ा। इसके बाद नेपाल में अंतरिम सरकार का गठन हुआ।

भारत में सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि राहुल गाँधी जानबूझकर नेपाल जैसी स्थिति की ओर इशारा कर रहे हैं और युवाओं को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं।

राजनीति में नया विवाद

राहुल गाँधी का यह बयान विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच एक नया विवाद खड़ा कर रहा है। जहाँ कांग्रेस इसे युवाओं के सशक्तिकरण का संदेश बता रही है, वहीं आलोचक इसे लोकतंत्र की संस्थाओं पर हमला और देश में अस्थिरता फैलाने की कोशिश मान रहे हैं।

 

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