महिला आरक्षण बिल पर राहुल गांधी ने उठाए सवाल, कहा- जातीय जनगणना से भटकाने की कोशिश

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22सितंबर। राज्सभा में महिला आरक्षण बिल पारित होने के एक दिन बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, सदन में महिला आरक्षण बिल लाया गया, बिल में दो चीज़ें संबंधित पाई गई जिनमें पहला है की महिला आरक्षण से पहले जनगणना होगी और दूसरा परिसीमन करना होगा. इन दोनों को करने के लिए कई साल लगेंगे. राहुल गांधी ने आगे कहा, महिला आरक्षण आज लाया जा सकता है, लेकिन सरकार यह करना नहीं चाहती है.

उन्होनें आगे कहा, इस बिल को लागू करने में 10 साल लग जाएंगे, क्योंकि डाइवर्जन OBC सेंसस से हो रहा है. राहुल ने कहा, मैंने संसद में सिर्फ एक संगठन की बात की, जो हिंदुस्तान की सरकार को चलाता है कैबिनेट सचिव और बाकी के सभी सचिव, इसे लेकर मैंने एक सवाल किया था. राहुल गांधी ने कहा, मैंने सिर्फ यह सवाल पूछा कि क्या हिंदुस्तान में OBC की आबादी 5% है? अगर नहीं हैं तो OBC हिंदुस्तान में कितने हैं और है उन्हें भागीदारी मिलनी चाहिए.

राहुल गांधी ने आगे कहा, भाजपा को जनगणना और परिसीमन को हटाकर महिलाओं को भागीदारी देनी चाहिए. जनगणना का लेकर हमने जो डाटा निकाला था उसे सार्वजनिक कर दें जिससे सभी को पता चल जाए कि OBC कितने हैं और नई जनगणना जाति के आधार पर करें.

राहुल गांधी से जब पूछा गया कि क्या उन्हें इस बात का अफसोस है कि 2010 में UPA की सरकार द्वारा लाए गए विधेयक के तहत OBC कोटा प्रदान नहीं किया गया था. तो इस पर राहुल गांधी ने कहा, “100% अफसोस है, यह उस समय किया जाना चाहिए था और अब हम इसे पूरा करके छोड़ेंगे.”

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