राहुल गांधी ने कहा: वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का ‘एटम बम’ फटेगा, चुनाव आयोग दुनिया से गायब हो जाएगा

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 01 अगस्त: लोकसभा में भाजपा सांसदों और विपक्ष के बीच मतदाता सूची (voter list) को लेकर चल रहे गहन पुनरीक्षण—Special Intensive Revision (SIR)—की बहस गरमाती जा रही है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इस विषय पर विपक्षी दल लगातार विरोध कर रहे हैं और सांसदों ने सदन में इसे लेकर चर्चा की भी मांग की है।

राहुल गांधी का धमाकेदार आरोप

सदन की कार्रवाई के बीच, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसद परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए घोषणा की कि उनके पास मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर ऐसी बड़ी जानकारियाँ हैं, जो सामने आने पर “एटम बम की तरह फट जाएँगी”

उन्होंने कहा,
“मध्य प्रदेश में संदेह था, लोकसभा चुनाव में भी शक था। महाराष्ट्र में ये शक और बढ़ गया। राज्य विधानसभा स्तर पर हमें लगा कि वोटों की चोरी हुई है। हमने छह महीने तक शोध किया और जो मिला, वह एटम बम है। जब यह फटेगा, तब चुनाव आयोग यहां दिखेगा ही नहीं।”

विरोध की तीव्रता: बिहार से संसद तक

बिहार में चुनाव आयोग द्वारा वोटर सूची का गहन पुनरीक्षण (SIR) शुरू होते ही विपक्षी दलों ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया।
सदन के बाहर और अंदर दोनों जगह नारेबाज़ी, प्रदर्शन और बहस जारी रही, लेकिन इस विषय पर सुनवाई न होने, स्थगन और प्रश्नकाल बाधित होने की चुनौतियाँ बनी रहीं।

राहुल गांधी के मुख्य आरोप:

विषय विवरण
गड़बड़ी मतदाता सूची में भारी अनियमितताएँ, संभावित वोटिंग अधिकार हनन
शोध अवधि छह महीने की मेहनत और खुद की जांच प्रक्रिया
प्रभाव चुनाव आयोग का कार्य निष्पक्ष स्वरूप में प्रभावहीन हो जाएगा
भविष्यवाणी ‘एटम बम’ जैसे खुलासे पर आयोग की विश्वसनीयता खत्म हो सकती है

विपक्ष क्यों खड़ा है?

  • वोटर सूची की प्रामाणिकता पर सवाल खड़े करना
  • चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर संदेह
  • लोकतांत्रिक प्रक्रिया और जनता की आवाज़ को संरक्षित करना

राहुल गांधी का यह बयान अब SIR विवाद को नई और फिक्र जागाने वाली दिशा दे रहा है। जहाँ यह मुद्दा बिहार चुनाव की पृष्ठभूमि में उठाया गया था, वहीं अब यह राष्ट्रीय विमर्श का केंद्र बन गया है—ओर विपक्ष इसे लोकतंत्र की रक्षा के लिए चुनौती बता रहा है।

 

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