रेलवे की चल रही तीन प्रमुख परियोजनाओं (डेडिकेटेड टेस्ट ट्रैक, स्विचओवर टू यूआईसी 518 मेथड ऑफ टेस्टिंग तथा डेवलेपमेंट ऑफ इंस्ट्रूमेंटेड मेजरिंग व्हील) के बारे में बैठक में विचार-विमर्श किया गया

गवर्निंग काउंसिल की 34वीं बैठक के दौरान रेलवे की चल रही तीन प्रमुख परियोजनाओं (डेडिकेटेड टेस्ट ट्रैक, स्विचओवर टू  यूआईसी 518 मेथड ऑफ टेस्टिंग तथा डेवलेपमेंट ऑफ इंस्ट्रूमेंटेड मेजरिंग व्हील) तथा 10 नई परियोजनाओं के प्रस्‍तावों के बारे में आरडीएसओ ने अपनी प्रस्‍तुति दी।

गवर्निंग काउंसिल की 34वीं बैठक में रेलवे बोर्ड के अध्‍यक्ष श्री वी के यादव उपस्थित थे जो गवर्निंग काउंसिल के अध्‍यक्ष भी हैं। इसके अलावा सदस्‍य ट्रेक्‍शन श्री राजेश तिवारी, सदस्‍य रोलिंग स्‍टॉक श्री राजेश अग्रवाल, सदस्‍य इंजीनियरिंग श्री विश्‍वास चौधरी, वित्‍त आयुक्‍त श्री विजय कुमार, सदस्‍य स्‍टॉफ श्री मनोज पांडे और ए एम (योजना) श्री पीयूष अग्रवाल, डी जी/आरडीएसओ श्री वीरेन्‍दर कुमार, रेलवे बोर्ड और आरडीएसओ के अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारी भी इस बैठक में उपस्थित थे। सदस्‍य यातायात में वीडियो कांफ्रेंस द्वारा मीटिंग में भाग लिया।

सीआरबी ने अपने संबोधन में आरडीएसओ द्वारा हाल के दिनों में, विशेष रूप से वेंडर पंजीकरण प्रक्रिया के क्षेत्र में, किए गए प्रयासों की सराहना की। जिससे पूरी ऑनलाइन प्रक्रिया सुव्‍यवस्थित, तेज और पारदर्शी हो गई है। आरडीएसओ ने बहुत अच्‍छा काम किया है लेकिन सुधार की काफी गुंजाइश है। उन्‍होंने कहा कि प्रौद्योगिकी में समय की जरूरत बहुत महत्‍वपूर्ण है। दिल्‍ली-हावड़ा और दिल्‍ली-मुंबई मार्गों पर अभी हाल में स्‍वीकृत 160 किलोमीटर प्रति घंटे की अपग्रेडेशन परियोजना को दी गई मंजूरी का उल्‍लेख करते हुए उन्‍होंने रेलों की गति बढ़ाने पर जोर दिया। सीआरबी ने अभी हाल में शुरू की गई वेंडर लाउन्‍ज, पुन:निर्मित सिग्‍नल प्रयोगशाला और बैडमिंटन हॉल का भी उद्घाटन किया।

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