राजस्थान की पूर्व राज्यसभा सांसद श्रीमती जमना देवी बारूपाल को राज्यसभा में श्रद्धांजलि देने का मुद्दा सभापति से समक्ष उठाया

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली 2 फरवरी  देश की संसदीय परंपरा के अनुसार पिछले संसदीय सत्र एवं नए सत्र के मध्य सदन के किसी भी वर्तमान या पूर्व सांसद का निधन हो जाता है तो उन्हें श्रद्धांजलि प्रदान करते हुए सदन में मौजूद सभी संसद सदस्य खड़े होकर दो मिनट का मौन रखते हैं। इसी परम्परा के तहत आज राज्यसभा सदन की कार्यावलि का प्रथम दिन है और उन तमाम संसद सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई जिनका निधन हाल ही में हुआ था।

            किंतु राज्यसभा सदन द्वारा राजस्थान की पूर्व राज्यसभा सांसद श्रीमती जमना देवी बारूपाल के नाम को जिनका निधन 20.01.2022 को हुआ था आज श्रद्धांजलि दिए जाने वाले सांसदों की सूची में नहीं रखा गया। राज्यसभा सदन की इतनी बड़ी भूल की सूचना से तुरंत सदन में ही पत्र लिखकर राज्य सभा सांसद श्री नीरज डाँगी ने राज्य सभा सदन के सभापति एवं देश के उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू जी को अवगत कराया। जिस पर तुरंत कार्यवाही करते हुए श्री वेंकैया नायडू जी ने श्री डाँगी के पत्र को राज्यसभा सचिवालय को भेजकर इस संदर्भ में सम्पूर्ण जानकारी के साथ टिप्पणी माँगी है। उम्मीद है कि कल सवेरे राज्यसभा सदन की कार्यवाही शुरू होने से पूर्व स्वर्गीय श्रीमती जमना देवी बारूपाल के राज्य सभा सांसद के रूप में उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए जाएँगे।

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