राजस्थान थप्पड़कांड: नरेश मीणा टोंक जेल में शिफ्ट, किरोड़ी लाल मीणा ने कहा- ‘मामला था टारगेटेड’; वकील बोले- SDM ने थाने में निर्दलीय प्रत्याशी को पीटा

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,16 नवम्बर। राजस्थान के टोंक जिले में एक ऐसा विवाद उभर कर सामने आया है, जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। एक थप्पड़कांड में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को कथित तौर पर एक SDM (उपजिलाधिकारी) ने थप्पड़ मारा, जिसके बाद पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया। इस विवाद में राजस्थान भाजपा के वरिष्ठ नेता किरोड़ी लाल मीणा ने इसे एक लक्षित और राजनीतिक साजिश करार दिया है, जबकि वकीलों का कहना है कि निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के साथ थाने में अत्याचार किया गया।

मामला क्या है?

यह घटना उस समय सामने आई जब नरेश मीणा, जो कि एक निर्दलीय उम्मीदवार हैं, एक राजनीतिक रैली के दौरान टोंक पुलिस स्टेशन में गए थे। उनका आरोप है कि वहां एसडीएम ने उन्हें गुस्से में आकर थप्पड़ मारा और उनका अपमान किया।

  • नरेश मीणा का आरोप: मीणा ने कहा कि यह पूरी घटना उनके राजनीतिक और चुनावी विरोधियों द्वारा की गई एक साजिश का हिस्सा है, ताकि उन्हें बदनाम किया जा सके।
  • वकील का दावा: मीणा के वकील ने आरोप लगाया कि एसडीएम ने न केवल उन्हें थप्पड़ मारा, बल्कि थाने में बदसलूकी भी की और उन्हें घेर कर पीटा।

राजनीतिक संदर्भ

यह घटना टोंक जिले के चुनावी माहौल को और गरमा सकती है।

  • किरोड़ी लाल मीणा का बयान: भाजपा के सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इस घटना को एक लक्षित हमला बताते हुए कहा कि नरेश मीणा पर हमला उनकी बढ़ती लोकप्रियता और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरने के कारण हुआ। उन्होंने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया।
  • विपक्ष का आरोप: विपक्षी दलों ने इसे एक गंभीर राजनीतिक घटना मानते हुए आरोप लगाया कि प्रशासन और पुलिस प्रशासन का उपयोग सत्ता पक्ष द्वारा चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है।

नरेश मीणा की जेल में शिफ्टिंग

घटना के बाद, नरेश मीणा को टोंक की जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है।

  • कानूनी कार्रवाई: मीणा के खिलाफ विभिन्न आरोपों में जांच शुरू की गई है। हालांकि, उनके वकील का कहना है कि उनके साथ जिस तरह की बदसलूकी की गई, वह न्यायिक प्रणाली और मानवीय अधिकारों का उल्लंघन है।
  • जेल ट्रांसर: जेल में स्थानांतरण के बाद मीणा के समर्थकों और उनके समर्थक दलों ने विरोध प्रदर्शन किया, और आरोप लगाया कि यह पूरे मामले को दबाने का एक तरीका है।

किरोड़ी लाल मीणा का समर्थन

किरोड़ी लाल मीणा ने इस घटना के बाद खुलकर नरेश मीणा के पक्ष में आवाज उठाई। उन्होंने कहा,

“यह पूरी घटना एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। नरेश मीणा निर्दलीय उम्मीदवार हैं और उनका नाम चुनावी मैदान में था, इसलिए उन्हें निशाना बनाया गया है। हम इस मामले की पूरी जांच कराएंगे और जिम्मेदार लोगों को सजा दिलवाएंगे।”

विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया

विपक्षी दलों ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं।

  • कांग्रेस: कांग्रेस ने इसे राजनीतिक बदला लेने का एक उदाहरण बताया और कहा कि सत्ता में बैठी सरकार अपने विरोधियों को कुचलने के लिए प्रशासन का गलत इस्तेमाल कर रही है।
  • आप पार्टी: आम आदमी पार्टी ने भी इस मामले को लेकर राज्य सरकार की निंदा की और न्याय की मांग की।

निष्कर्ष

राजस्थान के टोंक जिले में घटित हुआ थप्पड़कांड न केवल एक व्यक्तिगत घटना के रूप में सामने आया है, बल्कि यह पूरे राज्य की राजनीति में एक नए विवाद का कारण बन सकता है। नरेश मीणा के आरोप और उनके खिलाफ की जा रही कानूनी कार्रवाई, विशेष रूप से विपक्षी दलों और उनके समर्थकों द्वारा इसे सत्तारूढ़ दल की राजनीतिक साजिश के रूप में देखे जाने के कारण इस मामले में गहरे राजनीतिक रंग मिल गए हैं। अब यह देखना होगा कि इस घटना की जांच में क्या निष्कर्ष निकलते हैं और किस तरह का कानूनी और राजनीतिक समाधान सामने आता है।

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