रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 12वीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक में होंगे शामिल

कुआलालंपुर में 1 नवम्बर को देंगे संबोधन

  • राजनाथ सिंह “पंद्रह वर्ष पूरे होने पर आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस और आगे की दिशा” विषय पर देंगे भाषण।
  • 31 अक्टूबर को भारत और आसियान देशों के रक्षा मंत्रियों की अनौपचारिक बैठक आयोजित होगी।
  • बैठक का उद्देश्य भारत और आसियान देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करना है।
  • राजनाथ सिंह कई देशों के अपने समकक्षों से द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर: रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह 1 नवम्बर 2025 को मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में आयोजित बारहवीं आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस में भाग लेंगे।
वे इस मंच पर “पंद्रह वर्षों का अनुभव और आगे की दिशा” विषय पर संबोधन देंगे।

इस कार्यक्रम के दौरान 31 अक्टूबर को भारत-आसियान रक्षा मंत्रियों की दूसरी अनौपचारिक बैठक भी आयोजित होगी, जिसकी अध्यक्षता मलेशिया करेगा।
इस बैठक में आसियान के सभी सदस्य देशों के रक्षा मंत्री शामिल होंगे।
बैठक का उद्देश्य भारत और आसियान देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को सुदृढ़ करना और भारत की एक्ट ईस्ट नीति को आगे बढ़ाना है।

अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान श्री राजनाथ सिंह विभिन्न देशों के रक्षा मंत्रियों और मलेशिया के वरिष्ठ नेतृत्व से भी मुलाकात करेंगे।

आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस क्या है:

यह आसियान देशों का सर्वोच्च रक्षा परामर्श और सहयोग मंच है।
इसमें आसियान के सदस्य देश, ब्रूनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, तिमोर लेस्ते और वियतनाम, शामिल हैं।
इसके साथ आठ संवाद भागीदार देश, भारत, अमेरिका, चीन, रूस, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड भी जुड़े हैं।

भारत वर्ष 1992 से आसियान का संवाद भागीदार है। पहली बैठक 12 अक्टूबर 2010 को वियतनाम की राजधानी हनोई में हुई थी।
साल 2017 से यह बैठक हर वर्ष आयोजित की जाती है ताकि सदस्य देशों के बीच रक्षा सहयोग को और मज़बूती मिले।

वर्तमान चक्र (2024-2027) के दौरान भारत और मलेशिया आतंकवाद-रोधी कार्य समूह के सह-अध्यक्ष हैं।
साथ ही, भारत और आसियान देशों का दूसरा समुद्री अभ्यास वर्ष 2026 में आयोजित किया जाएगा।

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