पीओके को लेकर बोले राजनाथ सिंह, ‘अब तो वहां के लोग भी चाहते हैं कि पीएम मोदी…’

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 12अप्रैल। लोकसभा चुनाव को लेकर ताबड़तोड़ रैलियां हो रही हैं. बीजेपी (BJP) नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी जोर-शोर से पार्टी के लिए प्रचार करने में जुटे हुए हैं. गुरुवार को राजनाथ सिंह ने मध्य प्रदेश के सतना में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पीओके (PoK) को लेकर बड़ी बात कही.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को लेकर कहा, ‘अभी पीओके के लोग भी कहते हैं कि हम भारत के साथ आएंगे. पीओके हमारा हिस्सा था और रहेगा, हम यह मानकर चलते हैं. इस बार सवाल व्यक्ति का नहीं, बल्कि देश का है. आप लोग भारत माता का सिर उठाने के लिए इस बार वोट करने जा रहे हैं.’

राजनाथ सिंह का पीओके को लेकर बड़ा बयान
राजनाथ सिंह ने आगे कहा, ‘भारत में राम राज्य का आगाज होकर ही रहेगा, कोई रोक नहीं सकता. मुझे लगता है कि पीओके में रहने वाले लोग को भी लगता है कि उनका विकास केवल पीएम मोदी के हाथों ही संभव है, पाकिस्तान के हाथों नहीं. पीओके के लोग शायद यह कहेंगे कि वे भारत के साथ रहना चाहते हैं.’

चीन के अरुणाचल में नाम बदलने पर क्या कहा?
वहीं, LAC पर चीन द्वारा निर्माण और अरुणाचल प्रदेश के कई गांवों का नाम बदलने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘LAC के उस पार जो उनकी जमीन है उसपर वे कुछ करते हैं, तो मैं इस संबंध में क्या कर सकता हूं. बॉर्डर के पास हमने भी काफी निर्माण किया है, लेकिन दोनों देशों की ओर से शांति स्थापित करने के प्रयास भी होने चाहिए.’

‘एक इंच भी जमीन जाने नहीं देंगे’
चीन के मुद्दे पर कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं कहना चाहता कि कांग्रेस के कार्यकाल में क्या हुआ था, कितने हजार वर्ग किलोमीटर जमीन चीन के कब्जे में गई, लेकिन मैं देश की जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के रहते हुए एक इंच जमीन पर भी कोई कब्जा नहीं कर सकता, एक इंच भी जमीन जाने नहीं देंगे.’

पाकिस्तान और आतंकवाद के मुद्दे पर क्या बोले?
पाकिस्तान और आतंकवाद के मुद्दे पर उन्होंने कहा, ‘मैं पाकिस्तान से अपेक्षा करता हूं अगर वे आतंकवाद का उपयोग करके भारत को अस्थिर करने की कोशिश करेंगे तो इसका खामियाजा भुगतना होगा. अगर पाकिस्तान को लगता है कि वह आतंकवाद पर काबू करने में असमर्थ हैं, नहीं कर सकते हैं तो पड़ोसी देश भारत का भी सहयोग प्राप्त करना चाहते हों तो भारत का सहयोग प्राप्त करें. भारत आतंकवाद को रोकने के लिए सहयोग करने के लिए तैयार है.’

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