राजनाथ सिंह बोले: “POK खुद कहेगा, मैं भारत हूं – वह दिन दूर नहीं”

समग्र समाचार सेवा,

नई दिल्ली, 30 मई: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के वार्षिक व्यापार शिखर सम्मेलन-2025 में भाग लेते हुए वैश्विक परिस्थितियों, भारत की आत्मनिर्भरता और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को लेकर कई अहम बातें कहीं। उन्होंने कहा कि “आज पूरी दुनिया में अनिश्चितता का माहौल है, और इसका मूल कारण है – विश्वास की कमी।”

वैश्विक अस्थिरता बनाम भारत का भरोसे का मॉडल

राजनाथ सिंह ने कहा, “हर जगह संघर्ष चल रहा है। वैसे तो इसके कई कारण हो सकते हैं, लेकिन आज की अंतर्राष्ट्रीय अनिश्चितता का मूल कारण विश्वास की कमी है। इसके विपरीत, अगर हम अपने देश को देखें, तो हमारा प्रयास देश के भीतर विभिन्न क्षेत्रों, समुदायों और आर्थिक वर्गों के बीच विश्वास का एक मजबूत माहौल बनाने का रहा है। इन प्रयासों के माध्यम से हमें अभूतपूर्व सफलता मिली है।”

POK पर भावनात्मक अपील

राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को लेकर एक भावनात्मक और ऐतिहासिक संदर्भ के साथ बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “POK में रहने वाले अधिकतर लोग भारत से गहरा जुड़ाव महसूस करते हैं। कुछ ही लोग गुमराह हुए हैं। उनकी स्थिति महाराणा प्रताप के छोटे भाई शक्ति सिंह जैसी है। भारत दिलों को जोड़ने में विश्वास रखता है और प्रेम, एकता, सच्चाई के रास्ते पर चलते हुए वह दिन दूर नहीं जब पीओके खुद कहेगा – ‘मैं भारत हूं, मैं वापस आया हूं।’”

उन्होंने यह भी कहा कि “POK का भारत में एकीकरण केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक समृद्धि से जुड़ा हुआ विषय है।”

ऑपरेशन सिंदूर और मेक इन इंडिया की सफलता

रक्षा मंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का ज़िक्र करते हुए कहा कि “इसने मेक इन इंडिया की सफलता को साबित किया है। अब भारत अपनी रक्षा जरूरतों को खुद पूरा करने में सक्षम हो रहा है। अगर हमारे पास यह क्षमता नहीं होती, तो हमारी सेनाएं निचले पाकिस्तान से लेकर POK तक आतंकवाद के खिलाफ इतनी प्रभावी कार्रवाई नहीं कर पातीं।”

उन्होंने एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) परियोजना को मंजूरी दिए जाने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “यह भारत के रक्षा क्षेत्र के लिए एक निर्णायक कदम है। अब भारत 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बनाने की ओर अग्रसर है, जो हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और एयरोस्पेस सेक्टर को नई ऊंचाइयां देगा।”
राजनाथ सिंह के इन बयानों ने जहां एक ओर वैश्विक संकटों के बीच भारत की स्थिरता और विश्वास को रेखांकित किया, वहीं दूसरी ओर उन्होंने POK पर सरकार की दीर्घकालिक दृष्टि और संकल्प को भी स्पष्ट रूप से सामने रखा। यह भाषण देश की रक्षा, औद्योगिक आत्मनिर्भरता और कूटनीतिक नीति का एक सशक्त परिचायक रहा।

 

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