अयोध्या में बनेगा रामायण विश्वविद्यालय और तैनात होगी विशेष सुरक्षा बल

समग्र समाचार सेवा

लखनऊ, 10 अप्रैल। रामनगरी अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के साथ ही योगी आदित्यनाथ सरकार का यहां के विकास पर विशेष फोकस है। अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के साथ ही यहां पर रामायण विश्वविद्यालय भी बनेगा। इतना ही नहीं अयोध्या की सुरक्षा के प्रति भी योगी आदित्यनाथ सरकार बेहद गंभीर है। यहां पर विशेष सुरक्षा बल की उठी वाहिनी की स्थापना भी की जाएगी।

अयोध्या में 21 एकड़ भूमि चिह्नित कर ली

रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने अयोध्या में 21 एकड़ भूमि चिह्नित कर ली है। सरकार की सौ दिन की कार्ययोजना में यहां पर रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना का मामला शीर्ष वरीयता पर है। रामायण विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए महर्षि विद्यापीठ ट्रस्ट के साथ सरकार का समझौता होगा।

लखनऊ में जनजातीय संग्रहालय की स्थापना के लिए भूमि पूजन होगा

संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने सौ दिन की कार्ययोजना के बारे में बताया कि इसके तहत मई में लखनऊ में जनजातीय संग्रहालय की स्थापना के लिए भूमि पूजन होगा। इतना ही नहीं कबीर अकादमी, मगहर के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण भी 100 दिनों की कार्ययोजना में शामिल है। इसी प्रकार एडाप्ट हेरिटेज पालिसी के तहत नौ राज्य संरक्षित स्मारकों पर रूचि की अभिव्यक्ति के द्वारा स्मारक मित्र बनाए जाने की योजना है।

पुरातत्व अभिरुचि पाठ्यक्रम का आयोजन जून2022 में किया जाएगा

पर्यटन मंत्री ने बताया कि संस्कृति विभाग के राज्य पुरातत्व विभाग के अंतर्गत आगा खान ट्रस्ट फार कल्चर नई दिल्ली के साथ संरक्षित स्मारक छतर मंजिल एवं फरहत बक्श कोठी के फिर से उपयोग की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। पुरातत्व अभिरुचि पाठ्यक्रम का आयोजन जून, 2022 में किया जाएगा। इसके अलावा भातखंडे राज्य संस्कृति विश्वविद्यालय के अंतर्गत नवीन पाठ्यक्रमों की शुरुआत भी की जाएगी।

राज्य ललित कला अकादमी में कलाकृति विक्रय केंद्र की स्थापना भी होगी

राज्य ललित कला अकादमी में कलाकृति विक्रय केंद्र की स्थापना भी होगी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार भारत सरकार की योजना के तहत इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र पांडुलिपि रिसोर्स सेंटर की स्थापना करेगा। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ज्ञात व अज्ञात शहीदों के जीवन एवं योगदान पर आधारित दस पुस्तकों का प्रकाशन किया जाएगा। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम ने मंत्री को संस्कृति विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। निदेशक सूचना एवं संस्कृति शिशिर ने कहा कि स्थानीय कलाओं, व्यंजनों, वेश-भूषा, लोक जीवन, हस्तशिल्प, संगीत, लोकगीत आदि को एक जिला एक उत्पाद योजना की तर्ज पर प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

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