स्कूलों, आईटीआई और पॉलिटेक्निकों के लिए रैंकिंग संरचना का भी पता लगाया जा रहा है – धर्मेंद्र प्रधान

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने उच्च शिक्षण संस्थानों की इंडिया रैंकिंग 2022 जारी की

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 16जुलाई। केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को इंडिया रैंकिंग 2022 जारी की।

इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधान ने कहा कि हमारे उच्च शिक्षा संस्थान हमारी शिक्षा की इको-सिस्टम को और अधिक जीवंत बनाने और हमारे युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मूल्यांकन, मान्यता और रैंकिंग के लिए एक मजबूत और वस्तुनिष्ठ ढांचा उच्च शिक्षा की इको-सिस्टम गुणवत्ता बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाएगी।

धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हम एक ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं जो नवाचार-आधारित और प्रौद्योगिकी-संचालित हो। उन्होंने कहा कि हमारे उच्च शिक्षण संस्थानों को भारत को एक अग्रणी वैश्विक नवाचार और डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने और पिरामिड आबादी के निचले हिस्से के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को किफायती और सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।

प्रधान ने बताया कि मान्यता और मूल्यांकन अनिवार्य होगा, और प्रत्येक उच्च शिक्षा संस्थान की मान्यता होना आवश्यक है। मूल्यांकन और प्रत्यायन का आधार स्व-घोषणा और पारदर्शिता होगी। सभी संस्थान एनआईआरएफ रैंकिंग प्रणाली का भी हिस्सा होंगे। अगले साल तक हम संस्थागत मान्यता को एकीकृत करेंगे, जिसे वर्तमान में एनएएसी द्वारा किया जाता है और पाठ्यक्रम की मान्यता वर्तमान में एनबीए द्वारा की जा रही है। एआईसीटीई द्वारा पहले किए गए इनोवेशन पर रैंकिंग को अब एनआईआरएफ के साथ एकीकृत किया जाएगा। सभी संस्थान मूल्यांकन, मान्यता और रैंकिंग की संयुक्त प्रणाली का हिस्सा होंगे। ऐसी व्यवस्था पारदर्शी और वस्तुनिष्ठ होगी।

अगले साल से एनआईआरएफ रैंकिंग श्रेणियों में नवाचार और उद्यमिता को भी शामिल किया जाएगा। एनआईआरएफ रैंकिंग कैटेगरी को जरूरत के हिसाब से बढ़ाया जा सकता है।

इंडिया रैंकिंग 2022 देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें: https://www.nirfindia.org/2022/Ranking.html

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