भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा त्रिदिवसीय शोधार्थी सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ० मोहन भागवत

समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,15 नवम्बर। भारतीय शिक्षण मंडल के युवा आयाम द्वारा आयोजित “विजन फॉर विकसित भारत (विविभा: 2024) – अखिल भारतीय शोधार्थी सम्मेलन” का शुभारंभ 15 से 17 नवंबर 2024 तक एसजीटी विश्वविद्यालय, गुरुग्राम, हरियाणा में होगा। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को आधुनिक अनुसंधान पद्धतियों के साथ समन्वित करते हुए युवाओं में शोधवृत्ति को विकसित करना है।

इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत द्वारा किया जाएगा। इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ और नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ. कैलाश सत्यार्थी भी उद्घाटन सत्र में उपस्थित रहेंगे।

सम्मेलन की प्रमुख बातें:

  1. प्रमुख उद्देश्य:
    • युवाओं को भारतीय दृष्टि प्रदान करना और भारतीय ज्ञान परंपरा के साथ अनुसंधान को जोड़ना।
    • शोध की गुणवत्ता को बढ़ावा देना और उन्नत भारत की दिशा में युवाओं का मार्गदर्शन करना।
  2. विशेष सत्र:
    • सम्मेलन में 6 प्लेनरी और 11 पैरेलल सेशन आयोजित किए जाएंगे।
    • विभिन्न विषयों पर मार्गदर्शन देने के लिए देश के शीर्ष विशेषज्ञ, शिक्षाविद, और राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों के निदेशक मौजूद रहेंगे।
  3. प्रमुख वक्ता:
    • शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, योगगुरु स्वामी रामदेव, एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी, गीता मनीषी ज्ञानानंद महाराज, आरएसएस के डॉ. मनमोहन वैद्य, और अन्य गणमान्य वक्ता शामिल होंगे।
  4. प्रदर्शनी का आयोजन:
    • “भारतीय ज्ञान परंपरा और शोध से बोध” थीम पर आधारित प्रदर्शनी।
    • प्रदर्शनी में प्राचीन भारतीय वैज्ञानिक उपलब्धियों से लेकर आधुनिक नवाचारों को दिखाया जाएगा।
    • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करते हुए शिक्षा के भविष्य पर एक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया जाएगा।
  5. युवाओं के लिए अवसर:
    • उत्कृष्ट शोधार्थियों को प्रतिष्ठित संस्थानों में इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा।
    • ग्रामीण विकास और भारतीय ज्ञान संपदा पर शोध को प्रोत्साहित किया जाएगा।
  6. अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिका:
    • भारतीय शिक्षण मंडल के तत्वावधान में भारत-केंद्रित शोध कार्यों को वैश्विक मंच प्रदान करने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिका का प्रकाशन किया जाएगा।

यह सम्मेलन भारतीय ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में नवाचार और शोध को प्रोत्साहित करते हुए विकसित भारत की दिशा में एक नई ऊर्जा प्रदान करेगा। नीति निर्माण में योगदान देने वाले युवाओं का एक समूह तैयार करने के इस प्रयास से शोध और तकनीकी विकास के नए आयाम स्थापित होंगे।

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:

Comments are closed.